![COVID-19: महाराष्ट्र में 15 दिन के लिए बढ़ा लॉकडाउन, बाहरी राज्यों से आने वालों को दिखानी होगी RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट COVID-19: महाराष्ट्र में 15 दिन के लिए बढ़ा लॉकडाउन, बाहरी राज्यों से आने वालों को दिखानी होगी RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/05/lock--380x214.jpg)
मुंबई: बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने 1 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है. साथ ही राज्य में आने वाले लोगों को RT-PCR की निगेटिव रिपोर्ट ले जानी होगी. राज्य में प्रवेश करने वालों को RT-PCR की 48 घंटें पहले की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. सरकार ने यह फैसला कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी नहीं होने पर लिया है. लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं के लिए दी गई छूट पहले की तरह जारी रहेगी. लॉकडाउन की पाबंदियां अब 1 जून 2021 सुबह 7 बजे तक पाबंदी लागू रहेंगी. COVID वैक्सीन की किल्लत अगस्त तक होगी दूर, सीरम इंस्टीट्यूट ने हर महीने 10 करोड़ और भारत बायोटेक ने 7.8 करोड़ डोज बनाने का किया वादा.
बता दें, देश में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे. राज्य में पिछले 24 घंटों में COVID-19 के 46,781 नए मामले सामने आए और 816 मौतें हुईं. मुंबई शहर में कोरोना संक्रमण के 2,104 नए मामले आए. महाराष्ट्र में फिलहाल 5,46,129 मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य में संक्रमण दर 17.36 प्रतिशत है.
1 जून सुबह 7 बजे तक पाबंदियां
Maharashtra Government extends the current COVID19 restrictions in the state till 7am on 1st June, to fight COVID19; negative RT-PCR report mandatory for those entering the state pic.twitter.com/jjccnpP6KV
— ANI (@ANI) May 13, 2021
18 प्लस का वैक्सीनेशन रूका
कोरोना संकट के बीच राज्य में वैक्सीन की किल्लत भी है. इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने 18 साल से 44 साल तक की आयु वालों के लिए शुरू किए गए वैक्सीनेशन के तीसरे चरण के अभियान को फिलहाल रोक दिया गया है. अब राज्य सरकार द्वारा पहले उन्हें वैक्सीन दी जाएगी, जिन्हें अभी तक दूसरी डोज नहीं दी गई है.
कई जिलों में स्थिति गंभीर
राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक कोरोना के दैनिक मामलों में अब कमी देखी जा रही है लेकिन अधिकांश जिलों में अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 12 जिलों में कोरोना के बढ़ते मामलों में कमी आई है लेकिन ये राज्य का एक तिहाई हिस्सा ही है. शेष दो तिहाई हिस्से में या तो हालात स्थिर हैं या फिर कोरोना केस डरा रहे हैं.