COVID-19: कर्नाटक में कोविड मामलों में बढ़ोतरी- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया करेंगे उच्च स्तरीय बैठक

बेंगलुरु, 21 दिसंबर : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया राज्य में कोविड-19 (COVID-19) मामलों में कथित वृद्धि को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाएंगे. उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव और वरिष्ठ अधिकारी भी उभरती स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक में शामिल होंगे. सूत्रों से संकेत मिला है कि राज्य में मामलों की संख्या जल्द ही 100 का आंकड़ा पार करने की आशंका है, राज्य की राजधानी में स्थिति तेजी से चिंताजनक होती जा रही है, क्योंकि मामले तेजी से फैल रहे हैं. अधिकारियों ने जीनोम अनुक्रमण के लिए और राज्य में जेएन.1 वैर‍ियंट की उपस्थिति की जांच के लिए बेंगलुरु से 17 नमूने भेजे हैं.

जीनोम अनुक्रमण की प्रक्रिया में 10 से 15 दिन लगने का अनुमान है, और परिणाम पांच दिनों में आने की उम्मीद है. सूत्र इस बात पर भी प्रकाश डालते हैं कि 20 दिनों में, बेंगलुरु में 42 सकारात्मक कोविड मामले सामने आए हैं. इसमें एक सप्ताह के भीतर तीन मौतें दर्ज की गईं. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि सभी को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं. उभरती स्थिति के कारण अधिकारियों के बीच चिंताएं बढ़ रही हैं, खासकर आगामी नए साल और क्रिसमस समारोहों के साथ. कर्नाटक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने बुधवार को कहा कि राज्य में 24 घंटों में कोविड के 20 नए सकारात्मक मामले सामने आए हैं, जबकि संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दो व्यक्तियों की मौत हो गई. यह भी पढ़ें : COVID-19: कोरोना के बढ़ते मामलों पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया बोले- लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, पब्लिक प्लेस पर मास्क लगाएं

विभाग ने कहा कि कुल सक्रिय रोगियों की संख्या 92 है. इनमें से 72 लोग घर पर आइसोलेशन में हैं, जबकि 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सात का इलाज आईसीयू में चल रहा है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा, रिपोर्ट की गई सकारात्मकता दर 2.47 प्रतिशत है और मामले की मृत्यु दर 10 प्रतिशत है.” उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में लिए 808 कोविड परीक्षण किए गए, जिनमें से 407 आरटीपीसीआर और 401 आरएटी परीक्षण थे. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि हाल के दिनों में पहली कोविड मौत 15 दिसंबर को बेंगलुरु में हुई थी. उन्होंने कहा, “बेंगलुरु में नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगाने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.”