
नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ने लगे हैं. दुनियाभर में लाशों के ढेर बिछाने वाली महामारी COVID-19 एक बार फिर नए वेरिएंट के साथ पैर पसार रही है. भारत में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में तेजी आई है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कहा गया है कि आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ एहतियाती कदम उठाना जरूरी है ताकि इस वायरस के प्रसार के जोखिम को कम किया जा सके. COVID-19 से फिर होने लगी मौतें, देश में कोरोना के मामलों में आई तेजी, WHO ने दुनिया को किया अलर्ट.
कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 की भारत में एंट्री हो चुकी है. JN.1 सबवेरिएंट का पहला मामला केरल की एक महिला में पहचाना गया था जिससे लोगों में दहशत फैल गई. कोरोना में आई तेजी के बाद अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयारी के उपाय शुरू कर दिए गए हैं और राज्यों के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में मॉक ड्रिल भी आयोजित की जा रही हैं.
भारत में क्या है कोरोना की स्थिति?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के (सोमवार तक) 142 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1970 हो गए हैं. कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 5 लाख 33 हजार 318 दर्ज की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 44,470,076 हो गई है. कोरोना में मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.
कर्नाटक में मास्क अनिवार्य
कर्नाटक सरकार ने सोमवार को 60 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है जो खांसी, सर्दी और बुखार के साथ ही अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं. पड़ोसी राज्य केरल में कोविड-19 के सब वेरिएंट जेएन.1 का एक मामला सामने आने के बाद यह कदम उठाया है. JN.1 की भारत में दस्तक के बाद डर फैलने लगा है. इसका पहला मामला केरल में सामने आया जिसके बाद राज्य में कोरोना के केस एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं.