लॉकडाउन 4.0: दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पहुंचे प्रवासी मजदूर, बसों से घर भेजने की कर रहे हैं मांग
कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप भारत में रोजाना बढ़ रहा है. इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में कमी न होना चिंता का विषय बना हुआ है. कोरोना के चलते देश में आज से लॉकडाउन 4.0 लागू है. इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों का बड़ी संख्या में अपने गृह राज्यों के लिए पलायन जारी है. इस दौरान देश के कई हिस्सों से सड़क हादसे की खबरें सामने आई हैं.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) महामारी का प्रकोप भारत में रोजाना बढ़ रहा है. इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में कमी न होना चिंता का विषय बना हुआ है. कोरोना के चलते देश में आज से लॉकडाउन 4.0 (Lockdown 4.0 in India) लागू है. इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों का बड़ी संख्या में अपने गृह राज्यों के लिए पलायन जारी है. इस दौरान देश के कई हिस्सों से सड़क हादसे की खबरें सामने आई हैं. जिसमें इन मजदूरों की मौत हुई है. इस बार के लॉकडाउन में केंद्र की मोदी सरकार के जरिए राज्यों को ज्यादा अधिकार दिए गए हैं. साथ ही कुछ रियायतें भी बढ़ाने का फैसला हुआ है. इसी बीच दिल्ली-गाजीपुर (यूपी बॉर्डर) पर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदुर (Migrant Labourers) अपने घरों को जाने के लिए पहुंचे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार इन मजूदरों को इनके घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है. ये मजदुर सुबह 6 बजे से यहां पहुंचे हुए हैं. इन लोगों का कहना है कि अगर बसों का इंतजाम नहीं हुआ तो हम पैदल ही घर जाएंगे. यह भी पढ़ें-प्रवासी मजदूरों को लेकर गृह मंत्रालय का सभी राज्यों को निर्देश-सड़क या रेल की पटरी पर न चलने दें, बसों और श्रमिक ट्रेनों का करें इंतजाम
ANI का ट्वीट-
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली-:गाज़ीपुर (यूपी बॉर्डर) पर प्रवासी मज़दूरों को पुलिस हटाती दिखीं। एक प्रवासी मज़दूर ने बताया कि हम लोग को बस में बिठाकर कहा गया यूपी बॉर्डर के अंदर छोड़गें,लेकिन उन्होंने हमें यमुना कांप्लेक्स पर ही छोड़ दिया. फिर हम वहां से पैदल चलकर यहां आए हैं.
ज्ञात हो कि औरैया में हुए सड़क हादसे के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पैदल आ रहे मजदूरों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया हुआ है. बावजूद इसके मजबूर सभी मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने इन्हें दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर रोक दिया है.