नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन (Nizamuddin) में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के मरकज में कोरोना का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. कोविड-19 महामारी के लगभग 100 पॉजिटिव लोग मिलने के बाद बुधवार तड़के सभी 2,100 लोगों को निजामुद्दीन मरकज की इमारत से निकाला गया है. मंगलवार तड़के भी 1033 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया गया है. इनमें से 24 कोरोना पाजिटिव हैं 700 को क्वारंटाइन किया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात के मरकज में रह रहे लोगों को निकालने के लिए देर रात तक ऑपरेशन चलया. मरकज को खाली कराने के बाद पूरी जगह को सील कर दिया गया है. साथ ही सुरक्षा भी बड़ा दी गई है. यहां आने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी है. दिल्ली में फेल होता लॉकडाउन: निजामुद्दीन में मकरज से मचा हड़कंप, 24 लोगों का COVID-19 टेस्ट आया पॉजिटिव
Delhi: People boarding buses in the Nizammudin area, to be taken to different hospitals for a checkup. A religious gathering was held in Nizamuddin Markaz, that violated lockdown conditions & several #COVID19 positive cases have been found among those who attended the gathering. pic.twitter.com/kcv76pu0MZ
— ANI (@ANI) March 31, 2020
गृह मंत्रालय ने कहा कि कुल 303 तबलीगी कार्यकर्ताओं में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, जिन्हें दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भेजा गया है. इसके अलावा अन्य 1,339 लोगों को दिल्ली के अलग अलग पृथक केन्द्रों में रखा गया है. गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 21 मार्च को हजरत निजामुद्दीन मरकज में करीब 1,746 लोग थे. इनमें 216 विदेशी और 1530 भारतीय थे. बताया जा रहा है कि जिस रात प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार लॉकडाउन की बात कही थी, उस रात भी जमात हेडक्वार्टर में 5 हजार से ज्यादा देशी-विदेशी नागरिक मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि तबलीगी जमात के देसी और विदेशी कार्यकर्ता वर्ष भर देश के अलग-अलग इलाकों में उपदेश देने या ‘चिल्ला’ के लिये दौरे पर रहते हैं. इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यामां, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान समेत विभिन्न राष्ट्रों से लोग तबलीगी गतिविधियों के लिये आते हैं.