कोरोना का कहर: ओडिशा सरकार ने 5 जिलों को किया लॉकडाउन, ऐहतियात के तौर पर उठाया गया कदम

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को राजधानी भुवनेश्वर सहित राज्य के 40 प्रतिशत हिस्सों को एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन करने के आदेश दिए हैं

कोरोना वायरस के मामले (Photo Credit-PTI)

भुवनेश्वर: कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को राजधानी भुवनेश्वर सहित राज्य के 40 प्रतिशत हिस्सों को एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन करने के आदेश दिए हैं. लॉकडाउन पांच जिलों में -खुर्दा, कटक, गंजाम, केंद्रपाड़ा और अंगुल के साथ-साथ आठ प्रमुख शहरों- पुरी, राउरकेला, संबलपुर, झारसुगुड़ा, बालासोर, जाजपुर रोड और जाजपुर शहर, भद्रक में 22 मार्च सुबह सात बजे से शुरू होकर 29 मार्च रात 9.00 बजे तक लागू रहेगा. हालांकि, हवाईयात्रा, ट्रेन, बस और आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से छूट दी गई है.

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि ये जिले ऐसे हैं, जहां विदेश से वापस लौटे कुल 3,200 में से 70 फीसदी से अधिक आते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशों से लौटे 3,000 से अधिक लोगों को घरेलू संगरोध (एकांतवास में रहने) की सलाह दी गई है. मुख्यमंत्री ने कहा, "पहले चरण में हम इन सभी इलाकों में लगभग पूरी तरह से कल (रविवार) सुबह 7 बजे से लेकर 29 मार्च रात 9 बजे तक लॉकडाउन कर रहे हैं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अपने घरों में ही रहें और केवल आवश्यक काम के लिए ही बाहर निकलें," यह भी पढ़े: कोरोना का कहर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM डॉ फारूक अब्दुल्ला ने COVID-19 से लड़ने के लिए दिए एक करोड़ रूपये

अस्पताल, क्लीनिक, मेडिकल स्टोर, किराना दुकानें, रेस्तरां (सिर्फ टेकअवे और होम डिलीवरी) सब्जियां, मांस और दूध की दुकानें/ब्रेड और बेकरी (लेकिन उसी परिसर में चाय और अन्य पेय पदार्थों की बिक्री बंद रहेगी), रेलवे, बस स्टैंड और हवाईअड्डे सार्वजनिक परिवहन के साथ-साथ खुले रहेंगे. प्रशासनिक कार्य, पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन, बिजली, पानी, नगरपालिका सेवाओं, बैंकों, एटीएम, पेट्रोल पंप निजी प्रतिष्ठानों के साथ खुले रहेंगे,

वहीं, निजी कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) को लेकर प्रोत्साहित करने की सलाह दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "यह असाधारण समय है, हमें उन लोगों का ध्यान रखना है, जिन्होंने लंबे समय तक हमारे लिए काम किया है और भले ही उनकी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हों, लेकिन उन्हें इस समय के लिए उनकी मजदूरी का भुगतान करना चाहिए.

पटनायक ने कहा, "पुलिस हर जगह इसे लागू नहीं कर सकती है। हमें इसे हमारे जीवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी के रूप में देखना होगा. पटनायक ने कहा, "ओडिशा के साढ़े चार करोड़ लोग मेरा परिवार हैं और मैं आप में से हर एक की भलाई के लिए चिंतित हूं.

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