COVID19 Recovery in UP: उत्तर प्रदेश में धीमी पड़ रही कोरोना की रफ्तार, रिकवरी रेट पहुंची 91.91 प्रतिशत
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की रफ्तार शिथिल होती जा रही है. प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 91.91 हो गया है. राज्य में पिछले चौबीस घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 2,351 नए रोगी मिले हैं. प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में एक दिन में कुल 1,51,314 सैम्पल की जांच की गयी.
लखनऊ, 21 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार शिथिल होती जा रही है. प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 91.91 हो गया है. राज्य में पिछले चौबीस घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 2,351 नए रोगी मिले हैं. प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में एक दिन में कुल 1,51,314 सैम्पल की जांच की गयी. अब तक कुल 1,32,98,742 सैम्पल की जांच की गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 2,351 नये मामले आये हैं. पिछले 33 दिनों मंे लगातार नये मामलों में गिरावट आ रही है.
उन्होंने कहा कि अब रिकवरी रेट बढ़कर 91.91 प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय स्तर के 88 फीसद से बेहतर है. वहीं नए मरीजों के मुकाबले ठीक होने वाले रोगियों की संख्या ज्यादा होने के कारण एक्टिव केस घटकर 30,416 रह गए हैं. अब तक कुल 4.59 लाख लोग कोरोना की गिरफ्त में आए हैं, जिसमें 4.22 लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.
यूपी में 17 सितंबर को सबसे ज्यादा 68,235 एक्टिव केस थे. तब कोरोना वायरस के 3.54 लाख रोगी थे, जिसमें 2.83 लाख स्वस्थ होने से रिकवरी रेट 80 फीसद था. तब से लगातार 33 दिनों से इसमें लगातार गिरावट आ रही है. अब तक 55.43 फीसद केस घटे हैं. उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2,562 लोग इलाज करा रहे है. प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,74,44,903 घरों के 13 करोड़ 52 लाख जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है.
प्रसाद ने बताया कि 18 अक्टूबर को प्रदेश के सरकारी अस्पतालों मंे 6,664 बच्चों का जन्म हुआ है. जिनमें से 6,513 सामान्य और 155 सिजेरियन डिलीवरी हुयी है. उन्होंने बताया कि कोरोना के संक्रमण की वजह से जिन बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण नहीं हुआ है उन बच्चों एवं महिलाओं को चिन्हित कर नवम्बर माह से एक विशेष अभियान के तहत टीकाकरण कराया जायेगा. इसकी तैयारियां स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी हैं. यह बच्चे व महिलाएं एक से 15 अक्टूबर तक चलाए गए दस्तक अभियान में चिन्हित किए गए हैं.