Lockdown In Bhopal: मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के मामले, भोपाल में शुरू हुआ 10 दिनों के लिए लॉकडाउन
भोपाल में लॉकडाउन (Photo Credits: ANI)

भोपाल: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है, जिसके चलते कई राज्यों में वीकेंड लॉकडाउन (Weekend Lockdown) किया जा रहा है. वहीं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भी कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की रफ्तार बेकाबु होते जा रही है, जिसके चलते भोपाल (Bhopal) में 10 दिनों के लिए लॉकडाउन (Lockdown) लागू किया गया है. कोरोना संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 जुलाई की रात 8 बजे से लॉकडाउन शुरू हुआ है, जिसका समापन 4 अगस्त की सुबह 5 बजे होगा. इसके लिए कलेक्टर ने गाइडलाइन्स जारी की हैं, जिसके अनुसार लॉकडाउन के दौरान राज्य स्तरीय कार्यालय खुले रहेंगे. कार्यालय में 30 फीसदी तक ही कर्मचारी बुलाए जाएंगे और कार्यालय आने वाले लोगों को मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा.

भोपाल में 10 दिवसीय लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं रहेगी. सभी निजी ऑफिस और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाएगा. इस दौरान निजी बसों, टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा का संचालन बंद रहेगा. स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों भी बंद रहेंगे. इसके अलावा जिम, स्विमिंग पूल, पार्क, बार, सिमेनाघर, ऑडिटोरियम, होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल इत्यादि बंद रहेंगे. सार्वजिनक समारोहों पर प्रतिबंध होगा और सभी धार्मिक स्थलों को भी बंद रखा जाएगा.

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हालांकि अति आवश्यक काम से भोपाल नगर निगम सीमा के भीतर आने और बाहर जाने के लिए ई-पास लेना जरूरी है. राजधानी भोपाल में लॉकडाउन का ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लॉकडाउन नगर निगम सीमा में रहेगा और राज्य के अन्य जिलों में गतिविधियों को जारी रखने की इजाजत होगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, खरगोन, उज्जैन और इंदौर में कोरोना के हालात पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं. यह भी पढ़ें: कोरोना के टूटे सारे रिकॉर्ड, 24 घंटे में मिले 48916 मरीज, 757 ने तोड़ा दम- रिकवरी रेट बढ़ा

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. अब तक राज्य में 25,474 मरीज कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आ गए हैं, जबकि संक्रमण के चलते 780 लोगों की मौत हो चुकी है और 17,359 मरीज इलाज के जरिए ठीक हो चुके हैं.