चंडीगढ़: कोरोना महामारी को लेकर अन्य राज्यों के तरह पंजाब (Punjab) भी परेशान है. राज्य में हर दिन दिन कोरोना के मामले कम होने की अपेक्षा बढ़ते ही जा रहे है. जिसकी वजह से पंजाब सरकार की मुसीबत बढ़ते ही जा रही है. शनिवार को कोरोना महामारी के बीच सरकारी स्कूलों के पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को राहत देते हुए एक बड़ा फैसला लिया. सरकार द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार पंजाब में सरकारी स्कूलों के बच्चों से शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए कोई भी नामांकन फीस या ट्यूशन फीस नहीं ली जाएगीः
शनिवार रात करीब साढ़े बजे खुद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने पंजाब सरकार के ऑफिशियल सोशल मीडिया (Social Media) पेज पर लाइव घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना महामारी से बने हालात के मद्देनजर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए प्रवेश शुल्क, पुनरप्रवेश शुल्क ही नहीं, बल्कि ट्यूशन नहीं ली जाएगी. उनके इस ऐलान के बाद लॉकडाउनके बीच आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी राहत हैं. यह भी पढ़े: पंजाब: लुधियाना सेंट्रल जेल में 26 कैदियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आई पॉजिटिव, संक्रमितों को अलग बैरक में रखा गया
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh has announced that government schools in the state will not charge any admission, re-admission and tuition fee from students for the 2020-21 academic session on account of the #COVID crisis: Government of Punjab pic.twitter.com/DP8skDSJuo
— ANI (@ANI) July 25, 2020
सरकार के इस ऐलान के बाद सरकारी स्कूलों को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. वह खत्म हो गई. क्योंकि अब तक ऐसी खबर थी कि सरकार द्वारा बच्चो के एडमिशन दूसरे अन्य चीजों पर फीस ली जायेगी.