नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के गुपकर घोषणापत्र गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने की आलोचना करते हुए इसे ‘गुप्तचर गठबंधन' करार दिया. बीजेपी की तरफ से कहा गया कि इसका एकमात्र उद्देश्य अनुच्छेद 370 बहाल करना है, जो पाकिस्तान चाहता है. वहीं मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (JKPCC) के गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (People's Alliance for Gupkar Declaration) में शामिल होने को लेकर आरोप लगाया. अमित शाह के इस आरोप के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस की तरफ से एक स्टेटमेंट जारी करते हुए जवाब दिया है.
शाह के आरोप का जवाब देते हुए सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा कि आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना व नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र बन गया है. शर्म की बात है कि देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर व लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं! सुरजेवाला अपने बयान में यह भी कहा कि भारत की सरजमी पर से चीन को खदेड़ने और पाकिस्तान को को मुंह तोड़ जवाब देने की बजाय गृह मंत्री और मोदी सरकार के मंत्रियों का प्रतिदिन का बयान बन गया है. सुरजेवाल ने सफाई में कहा कि कांग्रेस गुप्तचर गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं. यह भी पढ़े: जम्मू कश्मीर के लोगों को अब देश की मुख्यधारा में शामिल होने में मदद मिलेगी: जे. पी. नड्डा
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का बयान:
आए दिन झूठ बोलना, कपट फैलाना व नए भ्रमजाल गढ़ना मोदी सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र बन गया है।
शर्म की बात है कि देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह राष्ट्रीय सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी दरकिनार कर जम्मू, कश्मीर व लद्दाख पर सरासर झूठी, भ्रामक व शरारतपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं!
हमारा बयान-: pic.twitter.com/AsX67nFI03
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 17, 2020
बादें कि गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पीएजीडी को ‘गुपकर गैंग’ करार दिया और आरोप लगाया कि वह जम्मू एवं कश्मीर में विदेशी ताकतों का हस्तक्षेप चाहता है.उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और ‘गुपकर गैंग’ जम्मू एवं कश्मीर को आतंक और उत्पात के युग में वापस ले जाना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पीएजीडी के कदमों पर पार्टी का रुख साफ करने को कहा. शाह के इस बयान के बाद से ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.