गुवाहाटी, 27 अक्टूबर : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने शुक्रवार को "मेरी माटी मेरा देश" पहल के तहत गुवाहाटी से दिल्ली तक अमृत कलश यात्रा शुरू की. सरमा सुबह करीब 5.45 बजे गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचे, इसके बाद उन्होंने राजधानी एक्सप्रेस को रवाना होने का संकेत दिया, जो मिट्टी से भरे 270 कलश लेकर दिल्ली जा रही थी. देश की आजादी के लिए अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में अस्थि कलश शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने वाले हैं. यात्रा का उद्देश्य शहीदों को याद करना और उनके द्वारा स्थापित उदाहरण पर ध्यान देना है.
पहल के हिस्से के रूप में, राज्य में गांव और नगरपालिका वार्डों के घरों से मिट्टी एकत्र की गई, और गुरुवार को एक साथ मिलाकर कलश में डाल दी गई. इस बीच, गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में भी 270 कलश रखे गए हैं. बाद में इसका उपयोग गोहपुर में असम के सबसे बड़े प्रस्तावित विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह में किया जाएगा. इस पहल ने असम में उस समय विवाद पैदा कर दिया, जब कांग्रेस ने अमृत कलश यात्रा में भाग लेने के लिए विधायक भास्करज्योति बरुआ और अब्दुल बातिन खंडाकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया. यह भी पढ़ें : Mukhtar Ansari News: गैंगस्टर केस में मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा, 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगा
बरुआ जोरहाट जिले के टिटाबोर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि खंडाकर उत्तरी अभयपुरी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. दोनों विधायकों ने दावा किया कि अमृत कलश यात्रा "मेरी माटी मेरा देश" कार्यक्रम का एक हिस्सा है, जो राज्य सरकार की पहल है और इसीलिए वे इस कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की ओर से इस अभियान में शामिल नहीं होने का कोई निर्देश नहीं था.