2 साल से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन के 2 और 3 फेज के क्लीनिकल परीक्षण को मंजूरी
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने अपने निर्माता भारत बायोटेक लिमिटेड को दो से 18 साल के आयु वर्ग में कोवैक्सिन (कोविड वैक्सीन) के दूसरे-तीसरे फेज के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति दे दी है.
नई दिल्ली, 13 मई : ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने अपने निर्माता भारत बायोटेक लिमिटेड को दो से 18 साल के आयु वर्ग में कोवैक्सिन (कोविड वैक्सीन) के दूसरे-तीसरे फेज के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति दे दी है. ये जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को दी है. मंत्रालय ने कहा, परीक्षण 525 स्वस्थ स्वयंसेवकों में आयोजित किया जाएगा.
मंत्रालय ने कहा, परीक्षण में टीका इंट्रामस्क्युलर मार्ग द्वारा दो खुराक में 0 और 28 दिन पर दिया जाएगा. सावधानीपूर्वक परीक्षा के बाद, डीसीजीआई ने विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की सिफारिश को स्वीकार कर लिया. देश के राष्ट्रीय ड्रग रेगुलेटर ने बुधवार को सबसे कम उम्र के युवा समूह में क्लिनिकल ट्रायल आयोजित करने की मंजूरी दे दी, ताकि उन्हें घातक महामारी के प्रकोप से बचाया जा सके. यह भी पढ़ें : Mucormycosis: गुजरात में कोरोना मरीजों में बढ़ रहे हैं ब्लैक फंगस के मामले
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने दो से 18 साल के आयु वर्ग में कोवाक्सिन के दूसरे-तीसरे चरण का परीक्षण करने का प्रस्ताव दिया था. तीव्र नियामक प्रतिक्रिया के रूप में, प्रस्ताव इस वर्ष 11 मई को विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) (कोविड -19) में विचार-विमर्श किया गया था. विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रस्तावित दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण को कुछ शर्तों के लिए अनुमति देने की सिफारिश की.