नई दिल्ली: गुरुवार (14 अगस्त) को जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में बादल फटने की एक बड़ी घटना हुई है. इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट के ज़रिए दी. उन्होंने इस घटना में बड़े पैमाने पर चोसिति में जान-माल के नुकसान की आशंका जताई है. मंत्री ने बताया कि प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है और बचाव दलों को घटनास्थल के लिए भेज दिया गया है.
जितेंद्र सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा, “अभी-अभी किश्तवाड़ के डीसी (जिलाधिकारी) श्री पंकज कुमार शर्मा से बात हुई. मुझे यह जानकारी स्थानीय विधायक श्री सुनील कुमार शर्मा से एक ज़रूरी संदेश के ज़रिए मिली.”
Union MoS Dr Jitendra Singh says, "Just now spoke to DC Kishtwar Pankaj Kumar Sharma after receiving an urgent message from J&K LoP and local MLA Sunil Kumar Sharma. A massive cloud burst in Chositi area, which could result in substantial casualty. Administration has immediately… pic.twitter.com/7pkiPSZCHc
— ANI (@ANI) August 14, 2025
उन्होंने आगे कहा, “छोसिटी इलाके में बादल फटने की यह एक बड़ी घटना है, जिससे काफी नुकसान हो सकता है. प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है और बचाव दल मौके के लिए निकल चुका है. नुकसान का आकलन किया जा रहा है और बचाव के साथ-साथ ज़रूरी मेडिकल इंतज़ाम भी किए जा रहे हैं.” मंत्री ने यह भी भरोसा दिलाया कि उनके कार्यालय को लगातार अपडेट मिल रहे हैं और हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी.
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और कुछ दिन पहले पाडर में बादल फटने की घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है. राजौरी में नदी उफान पर है, जिसके चलते पहाड़ी इलाकों के लिए चेतावनी जारी की गई है. प्रशासनिक टीमें लगातार गांवों का दौरा कर लोगों से नदियों और जलधाराओं से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील कर रही हैं, क्योंकि पहले की घटना से चिनाब नदी का जलस्तर भी बढ़ गया था.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में भी मॉनसून की बारिश कहर बनकर टूटी है, जिससे शिमला, किन्नौर, लाहुल-स्पीति और कुल्लू में भारी तबाही हुई है. बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं में कई घर, पुल और गाड़ियां बह गई हैं, और दो नेशनल हाईवे समेत 323 सड़कें बंद हैं. इस आपदा से राज्य को अब तक 2,031 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है और बचाव कार्य जारी है.













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