सहारनपुर, 5 जनवरी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एक तरफ समृद्धि के लिए स्मार्टफोन होगा तो दूसरी तरफ आतंकवाद को नेस्तनाबूत करने के लिए कमांडो फोर्स भी तैयार होगी. मुख्यमंत्री मंगलवार को देवबंद में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) कमांडो ट्रेनिंग सेंटर का शिलान्यास के दौरान बोल रहे थे. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, "अभी मैंने अपने युवा साथियों को टैबलेट और स्मार्टफोन दिया और साथ ही सुरक्षा के लिए एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर का शिलान्यास भी किया है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि एटीएस के एक सेंटर का शिलान्यास किया गया है, जबकि पहले की सरकार में कभी राम जन्मभूमि पर, कभी संकटमोचन पर, कभी लखनऊ और काशी की कचहरी पर आतंकी हमले होते थे. आतंकवादी गिरगिट की तरह रंग बदलते थे. जैसे आजकल सपा के बबुआ रंग बदल रहे हैं. आज बोल रहे हैं कि अगर उनकी सरकार होती तो राम मंदिर बनवा देते. उन्होंने कहा, "अब उनको सपने भी बहुत आ रहे हैं. सपने में आकर भगवान कृष्ण भी कह रहे होंगे कि नालायकों, जब सरकार मिली थी, तब कोसीकलां जवाहरबाग और मुजफ्फरनगर का दंगा करवा रहे थे, राम भक्तों पर गोलियां चलवा रहे थे. अब जब राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो कम से कम एक बार माफी मांग लो. रंग बदलने में माहिर इन लोगों को देखकर गिरगिट भी शरमा जाएगा."
योगी ने कहा, "जब सत्ता मिली थी तो इन लोगों ने प्रदेश को बेगाना बना दिया था. हमने आते ही कहा था कि अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएंगे. हमारे शासनकाल में कोई दंगा नहीं हुआ. दंगाइयों को मालूम है कि दंगा किया तो सात पीढ़ियां भरते-भरते थक जाएंगी, लेकिन भरपाई नहीं होगी." उन्होंने कहा, "पहले की सरकार आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेती थी. हम उन्हें ठोकने के लिए एटीएस सेंटर बना रहे हैं. अगर कोई देश के खिलाफ साजिश करेगा तो ओसामा की तरह कहीं भी छिपे होंगे, उन्हें निकालकर काम तमाम करेंगे. हर समय कमांडो तैयार रहेंगे. पिछली सरकारों के द्वारा आग लगाई जाती थी और हमारी सरकार आग बुझाने के लिए प्रदेशभर मे दर्जनों फायर स्टेशन स्थापित कर रही है. साथ ही दर्जनों विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो रहा है." यह भी पढ़ें : झारखंड में कोरोना विस्फोट, बिहार और बंगाल की तुलना में हर रोज मिल रहे तीन गुना अधिक मरीज
मुख्यमंत्री ने युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन मिलने पर बधाई दी और कहा कि युवा देश की ऊर्जा हैं. पहले इनके सामने पहचान का संकट था और इस समय यह युवा ऊर्जा कोरोनाकाल में ऑनलाइन पढ़ाई और एग्जाम के लिए तैयार कर सकें, इसके लिए प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन दिया जा रहा है. युवा के सामने टैबलेट के लिए महीने के खर्च का संकट न हो, इसके लिए राज्य सरकार डिजीटल एक्सेस की व्यवस्था अच्छे कंटेंट के साथ देने जा रही है. अब प्रदेश का युवा स्मार्ट दिखेगा. उन्होंने कहा, "सहारनपुर कमिश्नरी की दशकों से मांग थी कि एक विश्वविद्यालय हो. हमने दे दिया. अब मां शाकुंबरी के नाम पर डिग्री देश-दुनिया में जाएगी. पहले की सरकारों के लिए सहारनपुर दूर था. सहारनपुर अखिलेश एक बार भी नहीं आए होंगे. मैं पांच साल में दर्जनों बार आया हूं."
मुख्यमंत्री ने कहा, "ये जो विकास कार्य हो रहे हैं, पहले भी हो सकते थे. पिछली सरकार क्या कर रही थीं. सहारनपुर में मेडिकल कॉलेज का नाम कांशीराम के नाम पर था, उसे बदल दिया. लखनऊ में भाषा विश्वविद्यालय का भी नाम बदल दिया. बाबा साहेब के नाम पर बने स्मारक को तोड़ने की धमकी दी जाती थी. हमारी सरकार ने बाबा साहेब का भरपूर सम्मान किया." मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एटीएस सेंटर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सुरक्षा के लिए आधार बनेगा. सुरक्षा के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे. बिना भेदभाव के सुरक्षा देने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है.