नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) से लोगों की जान बचाने के लिए 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान का शुरुआत होने जा रहा हैं. इसके लिए मंगलवार से ही अलग-अलग राज्यों में कोरोना वैक्सीन पहुंचाई जा रही हैं. अब तक देश में कोरोना का टीका सबसे पहले कौन लगवाएगा राजनीति शुरू थी. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि कोरोना के टीका को लेकर लोगों के मन में शंका हैं. इसलिए सबसे पहले पीएम मोदी को कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए. वहीं कोरोना वैक्सीन को लेकर दूसरी एक बहस छिड़ गई हैं. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने केंद्र से सवाल किया है कि सरकार पहले चरण में तीन करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को फ्री में टीक लगवायेगी तो बाकी लोगों का क्या होगा.
भूपेश बघेल बुधवार को मीडिया के बातचीत में सरकार से सवाल किया कि इस देश में 135 करोड़ लोग निवास करते हैं. लेकिन सरकार का कहना है कि वह पहले चरण में तीन करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को फ्री में वैक्सीन देगी. उनका सवाल है कि 132 करोड़ लोगों का क्या होगा. इसके बारे में भारत सरकार को बताना चाहिए कि आम लोगों को कौन वैक्सीन लगवाएगा. यह भी पढ़े: PM Modi on Corona Vaccine: प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा-ध्यान रहे वैक्सीनेशन में न आए कोई रुकावट और अफवाहों को न मिले हवा
इस देश में 135 करोड़ लोग निवास करते हैं, केंद्र सरकार ने कहा है कि 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन फ्री में देंगे तो 132 करोड़ लोगों का क्या होगा। इसके बारे में भारत सरकार को बताना चाहिए। अभी वैक्सीन आम जनता के लिए नहीं बल्कि फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए है: भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ CM pic.twitter.com/i7aOGN4KID
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 13, 2021
स्वाथ्य मंत्रालय के अनुसार पहले चरण में तीन करोड़ करोड़ लोगों में हेल्थ वर्कर्स जिसमें सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के वर्कर, वहीं फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिसकर्मी, सेना के जवान और महानगरपालिकाओं में काम करने वाले वर्कर्स जैसे लोगों को वैक्सीन दी जायेगीं. इसके बाद दूसरे चरण में आम लोगों को कोरोना की वैक्सीन मिलेगी. इसके लिए लोगों को पैसे देने पड़ेंगे.