नई दिल्ली:- छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और सीमावर्ती प्रदेशों में नक्सली (Maoist) आतंक का पर्याय बन चुके रमन्ना (Ravula Srinivas alias Ramanna) की हार्ट अटैक से मौत हो गई. 55 वर्षीय रमन्ना की मौत छतीसगढ़ के बस्तर इलाके (Bastar Forests) के जंगलो में हुआ है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है. लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक रमन्ना की मौत हो गई है. फिलहाल रमन्ना की मौत को लेकर पुलिस अभी और अभी जानकारी जुटाने में लगी हुई है. रमन्ना पर अलग-अलग इलाकों के मिलाकर तकरीबन करोड़ों का इनाम रखा गया था. जिसमें अकेले बस्तर संभाग ने 40 लाख का इनाम रखा था. रमन्ना पर कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने का आरोप लगा था. जिसकी तलाश लंबे समय से पुलिस को थी.
माना जाता है नक्सली रमन्ना दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला में 6 अप्रैल 2010 को हुआ यह हमला पैरामिलिट्री फोर्स पर हुए हमले शामिल था. ताड़मेटला में हुआ यह हम देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला था. इस हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे. इसके अलावा पिछले कई दशकों रमन्ना ने आतंक मचा रखा था. बता दें कि इससे पहले भी रमन्ना के मरने की खबरें आ चुकी हैं. जो बाद में झूठी साबित हुईं. फिलहाल अभी खुफिया विभाग इस खबर सत्यता को परखने ले लगी हुई है. यह भी पढ़ें:- छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, इनामी नक्सली ढेर.
गौरतलब हो कि रमन्ना की पत्नी सावित्री भी एक नक्सली हैं. छत्तीसगढ़ के सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, बस्तर और कांकेर जिलों की गिनती देश के सबसे बड़े नक्सल प्रभावित जिलों में होती है. इन्हीं जगंलों में छिपकर रमन्ना नक्सली हमलों को अंजाम देता था और सैकड़ों मासूमों की जान ले चूका है. फिलहाल उसकी मौत की खबर पर अभी तक कोई अधिकारिक बयान पुलिस की तरफ से नहीं दिया गया है.