रायपुर: किसानों से जुड़ा कृषि बिल को पास होने के बाद से ही पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत सभी राज्यों में विरोध हो रहा है. किसानों की मांग है कि मोदी सरकार (Modi Govt) इस बिल को वापस ले. क्योंकि इस बिल से किसानों को नुकसान होने वाला है. हालांकि सरकार की तरफ से लगातार सफाई में कहा जा रहा है कि इस बिल किसानों को नुकसान होने की बजाय उनके आमदनी में बढ़ोतरी होगी. लेकिन विपक्ष के साथ ही किसान सरकार की बात को मानने को तैयार नहीं हैं. इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने बिल का विरोध करते हुए इस बिल को हस्ताक्षर नही करने को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनुरोध किया है.
छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसान से जुड़े कृषि बिल को लेकर राष्ट्रपति से आग्रह करते हैं कि संसद में असंवैधानिक तरीके इस बिल को पास किया गया है. इसलिए राष्ट्रपति किसान बिल पर हस्ताक्षर न करें. बघेल ने एनडीए सरकार से यह भी मांग करते हुए कहा कि सरकार इस बिल को वापस ले और और 'एक राष्ट्र, एक बाजार और एक मूल्य' सुनिश्चित करे. यह भी पढ़े: Farm Bills 2020: कृषि बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी पंजाब सरकार-वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल
We urge the President not to sign the #farmbills that were passed in Parliament in an unconstitutional manner. We also demand that NDA govt takes back these black legislations & ensure 'one nation, one market & one price': Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel https://t.co/CyPNf6iIdK
— ANI (@ANI) September 27, 2020
वहीं अपने में बघेल मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि 'पीएम मोदी, मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी और बीजेपी नेता कह रहे हैं कि किसान अब अपनी कृषि उपज कहीं भी बेच सकते हैं. मैं पूछना चाहता हूं- कब किसानों को उनकी इच्छा के अनुसार अपनी उपज बेचने की अनुमति नहीं थी? वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं.