नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: दिल्ली (Delhi) में रहने वाले यूपी-बिहार के लाखों लोगों की धार्मिक मान्यताओं और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने यमुना नदी (Yamuna) के किनारे छठ पूजा के आयोजन की अनुमति दे दी है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, यमुना के घाटों पर पहले की तरह छठ पूजा (Chhath Puja 2022) मनायी जायेगी. अधिकारियों को आदेश दिये गये हैं कि यमुना प्रदूषित ना हो, इसके लिए सभी प्रबंध किए जाएं. इस बारे में राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि, छठी मईया के आशीर्वाद से हम इस बार दिल्ली में सभी 1100 घाटों पर छठ पूजा का भव्य आयोजन सुनिश्चित करेंगे. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2022 Special Train: छठ पूजा को लेकर रेलवे की बड़ी घोषण, बिहार समेत इन राज्यों के लिए चलाएगा 179 जोड़ी स्पेशल ट्रेन
इस संबंध में राजस्व विभाग द्वारा राजस्व मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को यमुना नदी के किनारे विभिन्न घाटों पर छठ पूजा के आयोजन लिए एक प्रस्ताव भेजा गया था. अब मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. मुख्यमंत्री की स्वीकृति के मद्देनजर सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किये गये हैं कि यमुना नदी में कोई भी प्रदूषणकारी सामग्री विसर्जित न हो, इसके लिए अतिरिक्त उपाय किये जायें। एनजीटी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को सुनिश्चित करने के लिए साइट पर बैनर, पोस्टर, ऑडियो संदेश, सीडीवी की तैनाती सहित सभी उपाय करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
प्रदूषण की सम्भावना को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा इससे पहले, यमुना नदी के पास पूजा घाटों के निर्माण और ऐसे घाटों पर भक्तों द्वारा चढ़ाए जाने वाले सामग्री के बारे में चिंता व्यक्त की थी.
छठ पूजा का त्योहार पारंपरिक रूप से दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष दिल्ली में छठ पूजा के लिए 1100 स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन होगा. दिल्ली सरकार ने जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि यमुना नदी के सभी छठ घाटों पर अन्य सामान्य संदेशों के अलावा यमुना नदी की सफाई के लिए दिशानिदेशरें का पालन करने के संदेश भी एलईडी सिस्टम पर प्रदर्शित किए जाएं.