देहरादून: चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. 10 मई को केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले गए थे. वहीं 12 मार्च को बद्रीनाथ के कपाट खोले गए. इसके बाद से लगातार बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने वीडियो शूटिंग पर रोक लगा दी है. चारधाम मंदिरों के दायरे में वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी या रील्स बनाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. आदेशानुसार, चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में सोशल मीडिया के लिए रील बनाने, वीडियोग्राफी करने पर पाबंदी लगा दी गई है. Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, 50 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए बढ़ाई गई मेडिकल सुविधाएं.
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी/सोशल मीडिया के लिए रील बनाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. उन्होंने यह आदेश सचिव पर्यटन, आयुक्त गढ़वाल मंडल और संबंधित जिलों के डीएम और एसपी को दिया है.
ऐसे में अगर यात्री अगर चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और रील्स बनाते हुए दिखते हैं तो उनके खिलाफ प्रशासन द्वारा एक्शन लिया जा सकता है. प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालु स्थान की पवित्रता बनाए रखें और जगह-जगह रील्स बनाने से बचें.
31 मई तक VIP दर्शन पर रोक
चारधाम जाने वाले अलग-अलग मार्गों पर कहीं गाड़ियों का जाम लगा है तो कहीं घंटों तक श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में खड़े-खड़े इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु ध्यान दें कि अब प्रशासन ने अहम और बड़ा फैसला लिया है. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए वीआईपी दर्शन पर लगी रोक को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है.
चारधाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
जो श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं उन्हें कुछ समय तक यात्रा टाल देनी चाहिए. यात्रा अभी शुरू ही हुई है ऐसे में इस समय चारधाम में भारी भीड़ है. असुविधा से बचने के लिए कुछ समय के लिए यात्रा टाल दें. अगर आप चारधाम की यात्रा पर जाने वाले हैं तो बिना रजिस्ट्रेशन के न ही जाएं तो बेहतर होगा. क्योंकि चारधाम यात्रा के दौरान चरमराई व्यवस्था का कारण उन लोगों को भी बताया गया है जो बिना रजिस्ट्रेशन के भारी संख्या में देवभूमि पहुंचे. इस कारण लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.