देहरादून: कोरोना संकट (COVID-19) के बीच हरिद्वार (Haridwar) में कुंभ मेला 2021 (Kumbh Mela 2021) का आयोजन हो रहा है. इस समय देश ही नहीं, बल्कि दुनिया कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रही है. हरिद्वार में कुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर है. कुंभ देश-विदेश के लोगों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है. कुंभ के दौरान कोरोना न फैले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. केंद्र ने भी इस संबध में एसओपी जारी कर दी है. इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार को जिम्मेदारी दी है कि किसी भी हालत में कुंभ आयोजन की वजह से कोरोना नहीं फैलना चाहिए.
केंद्र द्वारा जारी एसओपी के अनुसार, कुंभ में भाग लेने के इच्छुक सभी लोगों को हरिद्वार आने के लिए पंजीकरण कराना होगा. यह अनिवार्य किया गया है. साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज से मेडिकल सर्टिफिकेट लाना भी अनिवार्य होगा. केंद्र सरकार का मानना है कि क्यों कि महाकुंभ में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में एहतियात बरतना जरूरी है. Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में शुरु हो रहा है कुंभ मेला, शाही स्नान और महत्वपूर्ण स्नान तिथियों की देखें पूरी लिस्ट.
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत 65 साल से अधिक की उम्र के बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को कुंभ मेले में ना भेजा जाए. इसके अलावा गंभीर किस्म की बीमारियों से प्रभावित लोगों को भी कुंभ मेले में आने के लिए मनाही हो. केंद्र ने निर्देश दिए गए हैं कि जो भी श्रद्धालु कुंभ मेले में आ रहे हैं अगर वह अपना मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं लाएंगे, तो उनको कुंभ मेले में एंट्री नहीं दी जाए.
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को इस संबंध में अतिरिक्त व्यवस्था करने के लिए कहा है. केंद्र ने साफ कहा गया है कि गृह मंत्रालय के आदेशों का पूरी तरह पालन किया जाए. उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले के मद्देनजर केंद्र को 20,000 अतिरिक्त टीके लगाने के लिए कहा है. राज्य COVID-19 नियंत्रण कक्ष के प्रमुख डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र के लिए एक प्रस्ताव भेजा है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने कहा कि हरिद्वार में आयोजित होने वाला कुम्भ मेला पूरी तरह 'बेदाग' होगा और देश एवं दुनिया से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हर अपेक्षा पर हमारी सरकार पूरी तरह खरा उतरेगी. सीएम रावत ने कहा कि कोरोना का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि अब वह नए रूप में आ गया है. उन्होंने कहा कि ऐसे में कुम्भ को दिव्य और भव्य के साथ सुरक्षित बनाना भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये केंद्र सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं और उसी के मुताबिक ही कोरोना से बचाव के अनुकूल कुंभ की व्यवस्थाएं होंगी. उन्होंने कहा कि कुंभ में श्रद्धालुओं को स्वच्छता, आस्था, धार्मिक परम्पराएं व लोक संस्कृति देखने को मिलेगी.