भोपाल: भारत (India) के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के साथ तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 8 दिसंबर को हुई दुखद भारतीय वायुसेना (IAF) के एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना (Mi-17 helicopter crash) में शहीद हुए नायक जितेंद्र कुमार (Naik Jitendra Kumar) का अंतिम संस्कार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिले के उनके गांव में रविवार को किया गया. इस हादसे में जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी और अन्य 11 लोगों की मौत हो गई. शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे, जो जनरल रावत के सुरक्षाकर्मियों में से एक थे. IAF Helicopter Crash: हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले 6 और लोगों के शवों की पहचान हुई, 5 का अंतिम संस्कार किया गया
तमिलनाडु में कुन्नूर के पास दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सीडीएस, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और नायक जितेंद्र कुमार सहित अन्य 10 लोग मारे गए. शहीद को श्रद्धांजलि देने गांव धमंडा पहुंचे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुमार की पत्नी सुनीता वर्मा को सरकारी नौकरी दी जाएगी, राज्य सरकार उनके बच्चों - एक बेटी और एक बेटे को मुफ्त में शिक्षा प्रदान करेगी.
चौहान ने रविवार को कुमार को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा, "नायक जितेंद्र कुमार की पत्नी सुनीता वर्मा को सरकारी नौकरी दी जाएगी और शहीद के नाम पर एक स्कूल का नाम रखा जाएगा और शहीद का स्मारक भी बनाया जाएगा."
इससे पहले रविवार को तिरंगे में लिपटे कुमार का पार्थिव शरीर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजा भोज हवाईअड्डे पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ प्राप्त किया गया. उनके पार्थिव शरीर को धामंडा गांव ले जाने से पहले गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.