TRP Scam: उत्तर प्रदेश में TRP घोटाले की भी जांच करेगी CBI, एफआईआर दर्ज
उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई एक शिकायत के आधार पर सीबीआई ने टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स में हुई गड़बड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की है. एक विज्ञापन कंपनी के प्रमोटर कमल शर्मा द्वारा 17 अक्टूबर को की गई शिकायत के आधार पर लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज जो मामला दर्ज किया गया था, मंगलवार को उसे उप्र सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया है.
लखनऊ, 21 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई एक शिकायत के आधार पर सीबीआई ने टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) में हुई गड़बड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज की है. एक विज्ञापन कंपनी के प्रमोटर कमल शर्मा द्वारा 17 अक्टूबर को की गई शिकायत के आधार पर लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज जो मामला दर्ज किया गया था, मंगलवार को उसे उप्र सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया है.
अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक तौर पर जो आरोप लगाया गया है, वह पैसे देकर टीआरपी में हेरफेर करने से संबंधित है. हालांकि इस बारे में सीबीआई अधिकारियों ने कोई और जानकारी देने से इनकार कर दिया है. उप्र सरकार ने ये कदम तब उठाया है जब मुंबई पुलिस भी टीआरपी के ही मामले में रिपब्लिक टीवी सहित तीन चैनलों द्वारा कथित हेरफेर करने की जांच कर रही है.
राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि डीजीपी की सिफारिश पर यह मामला सीबीआई को भेजा गया था. उन्होंने यह भी कहा, "टीआरपी घोटाला केवल उप्र तक सीमित नहीं है और इसमें कई राज्यों में फैले समूह और लोग शामिल हैं. इसी कारण मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपी गई है."
भारत में ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) बार-ओ-मीटर उपकरण के जरिए टीआरपी मापता है, जिसे पूरे देश में 45 हजार से अधिक घरों में लगाया गया है. यह डिवाइस इन घरों के सदस्यों द्वारा देखे गए कार्यक्रम या चैनल के बारे में डेटा इकट्ठा करता है, जिससे साप्ताहिक रेटिंग जारी की जाती है.