नई दिल्ली: इंडियन आर्मी में भर्ती की प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. खुफिया ऑपरेशन के दौरान पंजाब में अपने केंद्र पर अधिकारियों के चयन में गड़बड़ी का पता लगाने के बाद, इंडियन आर्मी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को इस मामले की जांच का जिम्मा दे दिया है. इंडियन आर्मी ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी प्रकार से भ्रष्टाचार के किसी मामले को नजरअंदाज नहीं कर सकती है.
बता दें कि इस खुफिया ऑपरेशन की जानकारी भारतीय सेना के उच्च अधिकारी को गई और अब वो काफी सौकन्ने हो गए हैं. खुफिया रिपोर्ट में कुछ सेंटर पर सिलेक्शन प्रक्रिया में घोटाले का जिक्र हुआ है. इस मामले में कई एजेंसियों के शामिल होने की वजह से इस पूरे मामले को सीबीआई (CBI) को सौंपने का फैसला किया गया है. अब यह पूरा मामला सीबीआई अपने तरीके से देखेगी. Jammu Kashmir: ये हैं घाटी के 9 मोस्ट वांटेंड आतंकी, जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने वाले दहशतगर्दों का पोस्टर जारी.
पहले भी चयन प्रक्रिया में धांधली की खबरें सामने आई हैं. अब भारतीय सेना के अधिकारी इसको लेकर सजग हैं. भारतीय सेना के अधिकारी की ओर से कहा गया है कि कैंडिडेट के चयन में भ्रष्टाचार की अनदेखी नहीं की जा सकती है.
बता दें कि पिछले महीने 28 फरवरी को इंडियन आर्मी में भर्ती के लिए कॉमन एंट्रेस एग्जाम (CEE) होने से पहले ही एग्जाम के पेपर लीक हो गए थे. पेपर लीक होने की जानकारी सबसे पहले आर्मी इंटेलिजेंस को मिली थी. पेपर लीक होने के कारण एग्जाम एक दिन पहले रद्द करनी पड़ी थी. यह परीक्षा देश में 6 जोन के 40 सेंटर पर यह परीक्षा होनी थी, जिसमें 30,000 उम्मीदवार शामिल होने थे. इस मामले में मिलिट्री इंटेलिजेंस ने बड़ी एक बड़ी करवाई करते हुए 7 लोगों को हिरासत में लिया है.
एग्जाम लीक के मामले में पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने बताया था कि 7 अपराधियों में से 2 अपराधी आर्मी के पूर्व कर्मचारी हैं. ये लोग आवेदनकर्ता को 4 से 5 लाख में ये एग्जाम पेपर बेचते थे. महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में छापोमारी हुई और अलग-अलग जगहों से अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
सेवा चयन केंद्र (SSCs) सेवा चयन बोर्ड (SSB) की परीक्षा कराता है और पंजाब के कपूरथला में जवानों की चयन प्रक्रिया में जो धांधली हुई उसको लेकर एसएससी पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
इंडियन आर्मी के अधिकारियों ने कहा, 'सूत्रों के हवाले से पता चला है कि एक जूनियर अधिकारी के खिलाफ चयन प्रक्रिया में धांधली करने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई. हमने मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया है.
दूसरी तरफ सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने सैन्य कमांडरों से कहा है कि किसी भी प्रकार की धांधली और पैसों के लेनदेन से जुड़े मामले बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, किसी भी प्रकार की गड़बड़ी में शामिल अधिकारियों से सख्ती से निपटा जा रहा है और कईयों की बिना पैंशन के सेवा समाप्त कर दी गई है.