नागपुर/नई दिल्ली, 31 दिसंबर : केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने नागपुर (Nagpur) श्रम आयुक्त कार्यालय के एक सहायक श्रम आयुक्त को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. एक अधिकारी ने यहां बुधवार को यह जानकारी दी. इसके बाद कार्यालय में खोजबीन करने के बाद आरोपी के घर पर भी छापेमारी की गई, जिस दौरान 52.09 लाख रुपये जब्त किए गए.
सीबीआई ने आरोपी अधिकारी सचिन जे. शेलार को एक विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष पेश किया है, जिसने उसे दो जनवरी 2021 तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है. सीबीआई द्वारा दर्ज एक शिकायत के अनुसार, आरोपी शेलार ने शिकायतकर्ता की कंपनी का निरीक्षण किया था और उसे श्रम आयुक्त (Labor commissioner) के कार्यालय में कुछ दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया था.
जब शिकायतकर्ता संबंधित कागजात प्रस्तुत करने के लिए कार्यालय में पहुंचा तो इन्हें लेने के बजाय, शेलार ने कथित तौर पर उसे अपने घर पर मिलने के लिए कहा. यह भी पढ़ें : Nagpur: चोर ने नागपुर पुलिस की नाक के नीचे से वही ट्रक उड़ाई, जिसे चुराने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था
शिकायत के अनुसार, शेलार ने कथित तौर पर श्रम स्थल की सुरक्षा से संबंधित कुछ अनियमितताओं और श्रम लाइसेंस जारी करने के लिए एक अतिरिक्त राशि से संबंधित मामले को निपटाने के लिए रिश्वत की मांग की. शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने एक जाल बिछाया और शेलार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया. शेलार ने पीड़ित पक्ष से 6,0000 रुपये रिश्वत के तौर पर लिए थे. सीबीआई ने आरोपी अधिकारी के घर की गई छापेमारी के दौरान 52.09 लाख नकदी के साथ ही विभिन्न निवेशों से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए हैं. इस मामले में आगे की जांच जारी है.