दिल्ली, 23 दिसंबर: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पीएसीएल चिटफंड घोटाले (PACL Chit Fund Scam) के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. PACL को 2015 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 18 वर्षों में 58 मिलियन निवेशकों से कम से कम 49,100 करोड़ रुपये अवैध रूप से इकट्ठा करने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था. CBI ने 1,700 करोड़ रुपये के Yes Bank ऋण घोटाले के संबंध में आरोप पत्र दाखिल किया
चिट फंड श्रेणी में आने वाली पीएसीएल कंपनी पर 18 साल के दौरान अवैध तरीके से करीब 49,100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा रुपया जुटाने के आरोप हैं. ठगी के शिकार लोगों की शिकायत पर मौदहापारा में वर्ष 2016 में कंपनी के मैनेजिंग डॉयरेक्टर सुखदेव सिंह और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया था. राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में कंपनी के खिलाफ दर्जनों केस दर्ज हैं.
पुलिस के मुताबिक निवेशकों को प्रलोभन देकर यह कंपनी करीब 18 साल से काम कर रही थी. कंपनी के पदाधिकारियों ने कुछ समय तो लोगों को तय जुबान के अनुसार पैसा दिया, लेकिन उसके बाद रकम का गबन करना शुरु कर दिया. अच्छे निवेश के लालच में कंपनी में लोगों ने जमकर पैसा लगाया और उसके बाद जब कंपनी रातों रात ही अपने कार्यालय खाली कर फरार होने लग गई.