बसपा महासचिव सतीश मिश्रा ने की उदितराज की गिरफ्तारी की मांग, कहा- नहीं तो मानना होगा भाजपा भी कांग्रेस से मिली है
BJP and Congress (img: Wikimedia commons)

लखनऊ, 19 फरवरी : पूर्व सांसद व कांग्रेस के नेता उदित राज द्वारा बसपा प्रमुख मायावती पर की गई टिप्पणी पर सियासी घमासान मचा हुआ है. बसपा मुखिया मायावती और नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद के बाद इस मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी कूद गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अगर इस मामले में इन्हें एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार नहीं करती तो यह मानना होगा भाजपा भी कांग्रेस के साथ मिली हुई है. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद उदित राज द्वारा मायावती पर दिया गया घृणित, शर्मनाक, अपमानजनक और निंदनीय बयान न सिर्फ बहन का अपमान है, बल्कि यह पूरे बहुजन समाज के दलितों और स्वाभिमानी भारतीयों की गरिमा पर करारा हमला है.

उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का हमेशा से दलित विरोधी, महिला विरोधी और जातिवादी मानसिकता का घिनौना प्रमाण है. इस पार्टी ने इसी प्रकार डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी का भी अपमान किया था, जिसके चलते उन्होंने विधि मंत्री के पद से त्याग किया था. बसपा महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की चार बार की मुख्यमंत्री एवं पहली दलित महिला ने शासन की परिभाषा बदली, उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया था, जिसकी वजह से अपराधी डरते थे. यह भी पढ़ें : Rajasthan Budget 2025: राजस्थान सरकार आज पेश करेगी दूसरा बजट, लोगों को वित्त मंत्री दीया कुमारी से बड़ी उम्मीदें

उन्होंने दलितों, पिछड़ों एवं वंचितों को न्याय दिलाने के लिए और उनका स्वाभिमान बढ़ाने के लिए अनेकों ऐतिहासिक फैसले लिए थे. उन्होंने आगे लिखा कि बहन जी ने आरक्षण में प्रमोशन लागू किया और भ्रष्टाचार, पूंजीवादी लॉबी और जातिवादी राजनीति के खिलाफ अडिग रहीं. जिन बहन जी ने करोड़ों शोषितों और वंचितों को सशक्त किया, उनके खिलाफ जहर उगलना कांग्रेस पार्टी व उनके नेताओं की हमेशा से गिरी हुई राजनीति का स्तर और दूषित मानसिकता दिखाता है.

सतीश चंद्र ने कहा कि सम्पूर्ण भारत का दलित व पिछड़ा वर्ग ऐसी कांग्रेस पार्टी व उनके गैर जिम्मेदार नेताओं के भाषणों व नौटंकियों को पूर्ण रूप से नकार चुका है और इसी हताशा में कांग्रेस पार्टी अपने नेताओं से इस प्रकार की अनर्गल बातें करवा रही है और जान से मारने की खुली धमकी दे रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जो संविधान लेकर घूमते रहते हैं और दलितों के अधिकारों की बातें करते हैं, अब जानबूझकर जय भीम करने लगे हैं. अब उनका असली चेहरा सामने आ गया है. उनकी पार्टी के नेता द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस तरह का घृणित बयान उनके कहने पर ही दिया जा सकता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के नेता जो पार्टी के प्रवक्ता भी हैं, इस तरह के बयान को देने की हिम्मत नहीं कर सकते थे जब तक उन्हें पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा न कहा गया हो. यह सब साबित करता है कि राहुल गांधी का दलित प्रेम सिर्फ एक फरेब, झूठा दिखावा एवं राजनीतिक नौटंकी है.

बसपा के महासचिव ने कहा कि अखिलेश यादव जो हर मंच पर सामाजिक न्याय की बातें करते हैं, जिनकी पार्टी का कांग्रेस के साथ गठबंधन है, इस मामले में अपनी चुप्पी रखकर परोक्ष रूप से ऐसे घृणित बयान का समर्थन कर रहे हैं. अखिलेश यादव की चुप्पी उनका असली चेहरा भी उजागर करती है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस घिनौने कार्य का करारा जवाब इस देश का दलित समाज, पिछड़ा वर्ग व हर स्वाभिमानी भारतीय चाहे वो अल्पसंख्यक हो या सामान्य वर्ग के लोग हों, महिलाएं हों, जरूर देंगे. इसके साथ-साथ भाजपा की सरकार एवं पुलिस तंत्र अगर अतिशीघ्र इसमें प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करके ऐसे व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं करती है तो यह मानना होगा कि इस मामले में भाजपा सरकार भी कांग्रेस के साथ मिली हुई है. पूर्णरूप से दलित एवं महिला विरोधी मानसिकता रखती है.

ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता उदित राज ने बीते दिनों लखनऊ में पत्रकारों से कहा था, "महाभारत के युद्ध के दौरान जब अर्जुन ने भगवान कृष्ण से पूछा कि वह अपने ही रिश्तेदारों को कैसे मारेंगे, तो भगवान कृष्ण ने कहा कि कोई रिश्तेदार नहीं होते और उन्हें (अर्जुन को) न्याय के लिए लड़ना है. आज मेरे कृष्ण ने मुझसे कहा है कि पहले अपने दुश्मन को मारो. सामाजिक न्याय की दुश्मन मायावती ने सामाजिक आंदोलन का गला घोंट दिया और अब उनका गला घोंटने का समय आ गया है."