भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ी, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का अरब सागर में सफल परीक्षण किया

भारतीय नौसेना ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा बनाए गए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का अरब सागर में सफलतापूर्वक परीक्षण किया. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से गुरुवार को यह जानकारी दी.

ब्रह्मोस मिसाइल | सांकेतिक तस्वीर | (Photo Credits-PTI)

भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाए गए ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का अरब सागर (Arabian Sea) में सफलतापूर्वक परीक्षण किया. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से गुरुवार को यह जानकारी दी. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण के साथ ही भारतीय नौसेना और डीआरडीओ की सफलता के कीर्तिमानों में एक नया अध्याय जुड़ गया. इससे पहले अक्टूबर महीने में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का अंडमान निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands) के त्राक द्वीप पर एक गतिशील मंच से सफल परीक्षण किया था.

अधिकारियों ने बताया था कि 300 किलोमीटर दूर लक्ष्य को बिल्कुल सटीकता से भेदने की वायुसेना की क्षमता को परखने के लिए 21 और 22 अक्टूबर को यह परीक्षण किया गया. एक अधिकारी ने बताया था कि ‘वायुसेना ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के त्राक द्वीप से सतह से सतह पर मार करने वाली ये मिसाइलें दागीं.' यह भी पढ़ें- DRDO ने किया ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण, पलक झपकते ही दुश्मनों का हो जाएगा खात्मा.

उन्होंने कहा था कि मिसाइल ने 300 किलोमीटर दूर एक निर्धारित छद्म लक्ष्य को भेदा. उन्होंने बताया था कि दोनों ही मामलों में लक्ष्य को सीधे भेद दिया गया. मिसाइल की फायरिंग से वायुसेना की गतिशील मंच से बिल्कुल सटीकता से जमीन पर लक्ष्य को भेदने की क्षमता में वृद्धि हुई है.

इससे पहले भारत ने सितंबर महीने में ओडिशा के बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित एक ठिकाने से ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल के एक विशेष संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जिसकी प्रणोदन प्रणाली और एयरफ्रेम स्वदेशी निर्मित थी. रक्षा बयान में कहा गया था कि इस परीक्षण में इसके सभी मापदंडों पूरे हुए थे.

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