उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में फतेहपुर जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र में गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों से भरी नौका तेज आंधी की वजह से शनिवार शाम यमुना नदी की जलधारा में पलट गई, जिससे उसमें सवार एक उपनिरीक्षक, एक सिपाही और नाविक की मौत हो गयी है. करीब 12 घण्टे के बाद रविवार को तीनों शव बरामद कर लिए गए हैं.
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेश कुमार ने रविवार को बताया कि शनिवार करीब चार बजे शाम को किशनपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक रामजीत सोनकर (52) हमराही सिपाही शशिकांत (25) व सिपाही निर्मल यादव के साथ लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए गश्त पर यमुना नदी के किनारे गए थे.
वहां तीनों ने नाविक रवि (27) को बुलाकर नौका के जरिये बांदा जिले की सीमा में गश्त के बाद करीब साढ़े छह बजे शाम को लौटते समय लखनपुर-जोरावर गांव के पास तेज आंधी और ओलावृष्टि के दौरान उनकी नौका असंतुलित होकर बीच जलधारा में पलट गई. उन्होंने बताया कि एक सिपाही निर्मल यादव करीब चार सौ मीटर पानी तैर कर बाहर निकल आया, किंतु उपनिरीक्षक रामजीत, सिपाही शशिकांत और नाविक रवि गहरे पानी में डूब गए.
एएसपी ने बताया कि जाल डालकर गोताखोर रातभर तीनों की तलाश करते रहे, लेकिन बारह घण्टे की मशक्कत के बाद एनडीआरएफ के दल ने तीनों शव आज सुबह नौ बजे के करीब पानी से बरामद कर पाए हैं. तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और हादसे की जांच शुरू कर दी गयी है.
कुमार ने बताया कि एसआई मूलत: जौनपुर जिले के रहने वाले हैं, मगर उनका परिवार प्रयागराज में रह रहा है. सिपाही शशिकांत गाजीपुर जिले के कासमाबाद क्षेत्र और नाविक बिहार प्रान्त का रहने वाला है. नाविक एक मछली ठेकेदार के साथ में यहां काम करता था.