कांग्रेस 'वचन पत्र' में RSS पर लगाम का एलान, भड़की बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं इस मामले पर बीजेपी सांसद आलोक संजर ने भी कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आरएसएस की शाखाएं शासकीय भवनों में नहीं बल्कि मैदानों और निजी जगहों पर लगती है
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के 'वचन पत्र' ने सियासी माहौल को गरमा दिया है. इस सियासी गरमाहट की वहज दरअसल कांग्रेस का वो वादा है जिमसें कहा कि अगर सत्ता में आई तो सरकारी दफ्तरों पर RSS की शाखा पर रोक लगा देगी. जिसके बाद बीजेपी कांग्रेस पर बिफर गई है. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने जोरदार हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस यही एजेंडा रहा है- न तो मंदिर बनने देंगे और शाखा नहीं चलने देंगे."
वहीं इस मामले पर बीजेपी सांसद आलोक संजर ने भी कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आरएसएस की शाखाएं शासकीय भवनों में नहीं बल्कि मैदानों और निजी जगहों पर लगती है. उन्होंने कहा कि देश के भीतर जब कभी कोई आपदा आती है तो लोगों की मदद के लिए सबसे पहले आरएसएस के स्वयंसेवक उस जगह पर पहुंचते हैं. जहां निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं.
बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि अगर सत्ता में आई तो सरकारी परिसरों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा लगाए जाने पर प्रतिबंध लगाएगी. यही नहीं पिछले फैसले को भी वापस लेगी जिसमें सरकारी कर्मियों को आरएसएस की शाखा में जाने की इजाजत दी गई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर संघ पर निशाना साधते रहते हैं.