मोतिहारी: बिहार (Bihar) के पूर्वी चंपारण जिला के हरसिद्धि में एक पिता के हत्या (Murder) के मामले की कथित तौर पर सही जांच नहीं होने से परेशान पुत्र के खुद शरीर में आग लगाकर छत से कूदकर आत्माहत्या (Suicide) करने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस (Police) अब पूरे मामले की जांच सीआईडी (CID) से कराने की बात कर रही है. आरोप है कि हरसिद्धि में पिछले वर्ष आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल (Vipin Agarwal) की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित (Rohit) ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. Bihar: बिहार के पूर्वी चंपारण में शिक्षक की गोली मारकर हत्या, प्रदर्शनकारियों ने की सड़क जाम
आत्मदाह करने से गंभीर रुप से जख्मी रोहित का इलाज के दौरान मौत हो गई। 14 वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा है. आरोप है कि रोहित गुरुवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मिलने गया था, लेकिन एसपी द्वारा समय दिए जाने के बावजूद वह नहीं मिल पाया.
कहा जा रहा है कि इसी से परेशान होकर वह घर लौटा और अपने घर के सामने के एक तीन मंजिला मकान पर चढ़ गया. मकान के ऊपरी मंजिल पर चढ़ने के बाद उसने अपने शरीर में आग लगाई और छलांग लगा दी.
छलांग लगाने के बाद रोहित का शरीर हाईवोल्टेज बिजली तार पर गिरा, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया. जख्मी हालत में इलाज के लिए रोहित को निजी नसिर्ंग होम में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. रोहित की मौत के बाद उसके दादा विजय अग्रवाल ने हॉस्पिटल से जारी किए गए वीडियो में पुलिस पर बयान बदलने के लिए दबाब बनाने का आरोप लगाया.
उल्लेखनीय है कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय गेट पर बाइक सवार अपराधियों ने रोहित के पिता व आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में न्याय की मांग को लेकर विपिन का परिवार लगातार संघर्ष कर रहा था.
इस बीच, एसपी डॉ कुमार आशीष ने शुक्रवार को रोहित की मौत पर दु:ख जताते हुए विपिन अग्रवाल हत्याकांड की सीआईडी जांच के लिए अनुशंसा करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के परिवार की संतुष्टि के लिए विपिन हत्याकांड की जांच के लिए सीआईडी को अनुशंसा की जाएगी.
मृतक रोहित से नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन सभी फरियादियों की बात सुनते हैं और गुरुवार को भी 3 बजे से 5 बजे तक लोगों से मिलकर उनकी फरियाद सुनी थी. लेकिन, उस दौरान रोहित नहीं आया था. उसी समय जिला न्यायाधीश के यहां होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए वह चले गए.
एसपी डॉ कुमार आशीष ने विपिन अग्रवाल हत्याकांड की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया की विपिन हत्याकांड के अनुसंधान में 26 लोगों का नाम सामने आया था, जिसमें से 15 लोगों के खिलाफ मामला सत्य पाया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अबतक 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य 8 लोग फरार हैं.
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. एसपी ने बताया कि बचे हुए 11 लोगों के खिलाफ जांच जारी है.
मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल द्वारा पुलिस पर बयान बदलने के लिए दबाब बनाने के आरोप पर जबाब देते हुए एसपी ने कहा कि पुलिस ने ऐसा कोई दबाब नहीं बनाया है. उन्होंने बताया कि मृतक रोहित की माँ के बयान में ऐसी कोई बात नहीं कही है. एसपी ने बताया कि मृतक के परिजन इस समय सदमे में हैं, इसलिए कभी कभी बयान बदल रहे हैं.