Telangana Tunnel Rescue: तेलंगाना टनल हादसे के 16 दिन बाद रेस्क्यू टीम को सुरंग के अंदर फंसे एक व्यक्ति का शव मिला है. जानकारी के मुताबिक, उसकी हालत इतनी खराब है कि पहचान करना मुश्किल हो रहा है. अब अधिकारी मृतक के निजी सामान के जरिए उसकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. यह हादसा 22 फरवरी को हुआ था, जब टनल की छत अचानक गिर गई और आठ मजदूर अंदर फंस गए. घटना के वक्त दो मजदूर बोरिंग मशीन चला रहे थे, जबकि बाकी छह मजदूर उनकी मदद कर रहे थे.
हादसे में लापता हुए मजदूरों के नाम, सनी सिंह, गुरप्रीत सिंह, मनोज कुमार, श्रीनिवास, संदीप साहू, संतोष साहू, अनुज साहू और जगथ खेस हैं.
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रेस्क्यू टीम को 16 दिन बाद मिला एक शव
SLBC Tunnel Collapse: Day 16 ⏰
Out of the eight workers who got trapped inside the SLBC tunnel 16 days ago, a decomposed and dismembered body was found right in front of the TBM
Basing on the tattoo on his arm, they are for now assuming it is that of one of the engineers… pic.twitter.com/PM9xSlfwhE
— Revathi (@revathitweets) March 9, 2025
राहत कार्य में आ रही चुनौतियां
टनल में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरएफ (SDRF) और भारतीय सेना समेत 300 से ज्यादा बचावकर्मी लगातार काम कर रहे हैं. लेकिन कीचड़, मलबा और लगातार पानी का रिसाव होने के कारण राहत कार्य बेहद कठिन हो गया है.
टनल के अंदर का रास्ता काफी संकरा और खतरनाक हो चुका है, जिससे बचाव दल को हर कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. अब तक मजदूरों तक पहुंचने में सफलता नहीं मिल पाई है, लेकिन राहत कार्य तेजी से जारी है.
परिजनों की बढ़ रही चिंता
हादसे के बाद से ही मजदूरों के परिवार बेहद परेशान हैं और लगातार उनके सुरक्षित बाहर आने की उम्मीद कर रहे हैं. हादसे के 16 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिलने से परिजनों की चिंता और गुस्सा बढ़ता जा रहा है.
अब क्या होगा आगे?
अधिकारियों का कहना है कि बचाव कार्य को और तेज किया जाएगा. टनल में पानी के बहाव को रोकने और मलबा हटाने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. शव मिलने के बाद अब बाकी मजदूरों की तलाश और तेज कर दी गई है.
तेलंगाना सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को मदद का भरोसा दिलाया है. अब सभी की निगाहें बाकी मजदूरों को बचाने के अभियान पर टिकी हुई हैं.













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