दुर्ग, 24 अगस्त : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का काफिला शनिवार को रोका गया. उन्होंने आरोप लगाया कि बजरंग दल के लोगों और सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिना सूचना के कोई चक्का जाम नहीं कर सकता. सिरजा गेट चौक पर जैसे ही हम पहुंचे, गाड़ी को रोक लिया गया. सुरक्षाकर्मी उतरे तो उनके साथ धक्का मुक्की और नारेबाजी की गई. इस दौरान दो बार मुझे गाड़ी से उतरना पड़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सुरक्षा में सेंध लगाया गया. आरोपी अपने आप को सत्ता पक्ष और बजरंग दल का बता रहे थे. वो किसी आतंकी हमले का जिक्र कर रहे थे, अगर ऐसा हुआ है तो इसके बारे में शासन-प्रशासन से बात करनी चाहिए.
बघेल ने बताया कि वो टारगेट कर रहे थे कि मैं पार्टी के कार्यक्रम में नहीं जा संकू. सरकार इतनी डरी-सहमी हुई है कि अपने कार्यकर्ताओं के द्वारा विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है. बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को भिलाई से दुर्ग की ओर आ रहे थे, इसी बीच बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोककर जबरदस्त नारेबाजी की. इसके कारण भूपेश बघेल बहुत देर तक जाम में फंसे रहे. यह भी पढ़ें : UPS की मंजूरी पर भाजपा नेताओं ने कहा, सरकारी कर्मचारियों की वित्तीय सुरक्षा के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि मेरे साथ ऐसा पहली बार हुआ. अगर चक्का जाम की सूचना पहले से दी जाती तो मार्ग बदला जा सकता था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और जैसे ही गाड़ी का सायरन बजा, उसी समय सभी लोग आ गए. उन्होंने मेरे सुरक्षा अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की बघेल ने कहा कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग निरंकुश हो चुके हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ की सरकार मौन होकर देख रही है.