कोलकाता, 10 दिसंबर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पश्चिम बंगाल में राशन वितरण मामले में अगले हफ्ते कोलकाता की पीएमएलए विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर सकता है. घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और उनके करीबी सहयोगी बकीबुर रहमान को आरोप पत्र में प्रमुख मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया जाएगा. वर्तमान राज्य वन मंत्री और पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मल्लिक और कोलकाता स्थित व्यवसायी रहमान दोनों को ईडी ने अक्टूबर में गिरफ्तार किया था.
रहमान अभी न्यायिक हिरासत में दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम में हैं, लेकिन मंत्री को राज्य संचालित एस.एस.के.एम. में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, अस्पताल में भी वह सीसीटीवी की निगरानी में हैंं, जिसका लिंक ईडी के अधिकारियों के साथ है. यह भी पढ़ें : मप्र में एक व्यक्ति ने पिल्ले को बेरहमी से मार डाला, मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया
सूत्रों ने कहा कि आरोप पत्र में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी कई फर्जी कॉरपोरेट संस्थाओं का विवरण भी प्रदान कर सकते हैं, जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए और उनके खातों से बैंकिंग लेनदेन का विवरण भी दिया गया. ईडी के अधिकारियों को पहले से ही विशिष्ट सुराग मिल गए हैं कि इन फर्जी कॉरपोरेट संस्थाओं को वास्तव में गिरफ्तार मंत्री द्वारा अपनी पत्नी और बेटी और उनके करीबी सहयोगियों सहित अपने पारिवारिक संबंधों को निदेशक बनाकर पर्दे के पीछे से चलाया जा रहा था.
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों द्वारा पूछताछ किए गए लोगों द्वारा दिए गए कुछ बयानों को भी आरोप पत्र में शामिल किया जा सकता है. दस्तावेज़ों में यह विवरण भी शामिल हो सकता है कि कैसे रहमान फर्जी किसान सहकारी समितियां खोलकर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दरों पर अवैध रूप से धान खरीदता था.