कोलकाता, 4 फरवरी : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार उनके विभाग द्वारा दी गई 270 करोड़ रुपये की भारी राशि का उपयोग करने और खर्च करने में विफल रही है. वह लेटेस्ट केंद्रीय बजट के विभिन्न सकारात्मक पहलुओं को उजागर करने के लिए पार्टी के अभियान के तहत कोलकाता में हैं. पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ उनके मंत्रालय से आवंटित 27,000 लाख रुपये या 270 करोड़ रुपये की भारी राशि खर्च नहीं कर सकती है. ईरानी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार महिला और बाल विकास के लिए पैसा भेज रही है. लेकिन राज्य सरकार उस फंड का उपयोग करने में असमर्थ है. उन्हें इस मामले में अपनी असमर्थता स्पष्ट करनी चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमकेवीवाई) और एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजनाओं के तहत आवंटित धन के उपयोग में पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, केंद्र सरकार की ओर उंगली उठाने से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को अपने दस्तावेजों और कागजात की बेहतर जांच करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने पीएमकेवीवाई योजनाओं के तहत आवंटित धन को राज्य की अपनी परियोजनाओं के पीछे खर्च किया है. ईरानी ने कहा, हमने तब राज्य सरकार से लिखित स्पष्टीकरण मांगा कि नियमों का उल्लंघन क्यों किया गया. राज्य सरकार ने हमें एक लिखित घोषणा दी कि अब से वे दिशानिर्देशों का पालन करेंगे. यह भी पढ़ें : बीएमसी ने पहली बार 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट पेश किया
उनके दावों का खंडन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने दावा किया कि स्मृति ईरानी को किसी भी तरह के विवरण की जानकारी नहीं है. रॉय ने कहा, वह बहुत कुछ बोलती हैं. वह एक बेहद छोटे मंत्रालय का प्रबंधन करती हैं. वह भूल गई हैं कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित ऐसी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार बराबर अनुदान साझा करती है. संभवत: इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ है.