Badlapur Case: बदलापुर केस में बेटे को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया! आरोपी अक्षय शिंदे के पिता ने बॉम्बे HC से SIT जांच की मांग की, कोर्ट ने भी एनकाउंटर पर उठाए सवाल
बदलापुर केस में आरोपी अक्षय शिंदे की हत्या का मामला अब बॉम्बे HC तक पहुंच चूका है. अक्षय शिंदे के पिता ने इस मामले में इंसाफ की गुहार लगते हुए कोर्ट में याचिका दायर की है. उनकी तरफ से दायर याचिका में कहा गया कि उनके बेटे की हत्या फर्जी मुठभेड़ में हुई है. इसलिए मामले की जांच SIT से कराया जाए.
Badlapur Case: बदलापुर केस में आरोपी अक्षय शिंदे की हत्या का मामला अब बॉम्बे HC तक पहुंच चूका है. अक्षय शिंदे के पिता ने इस मामले में इंसाफ की गुहार लगते हुए कोर्ट में याचिका दायर की है. उनकी तरफ से दायर याचिका में कहा गया कि उनके बेटे की हत्या फर्जी मुठभेड़ में हुई है. इसलिए मामले की जांच SIT से कराया जाए.
बदलापुर केस में आरोपी अक्षय शिंदे के पिता के वकील ने मीडिया को जानकारी देते हुए कि याचिका में आरोपी अक्षय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे ने मामले की विशेष जांच दल (SIT) से जांच कराने की मांग की है. अन्ना शिंदे ने वकील अमित कटरनवारे के जरिए दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उनके बेटे की फर्जी मुठभेड़ में हत्या की गई है. यह भी पढ़े: Badlapur Adarsh School Sexual Assault Case: बदलापुर यौन शोषण के आरोपी Akshay Shinde का एनकाउंटर, पुलिस के साथ हुई मुठभेड़
कोर्ट ने पूछे कई सवाल:
वहीं महाराष्ट्र के बदलापुर एनकाउंटर में दुष्कर्म के आरोपी अक्षय शिंदे के मारे जाने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र पुलिस से कई गंभीर सवाल पूछे. कोर्ट ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा, “पुलिस को तो किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए विधिवत रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर आरोपी के सिर पर गोली कैसे लगी? पुलिस को तो बाकायदा ट्रेनिंग में यह सिखाया जाता है कि आरोपी के किस अंग पर गोली चलानी है। ऐसी स्थिति में पुलिस को आरोपी के पैर या हाथ पर गोली चलानी चाहिए थी.”
कोर्ट ने एनकाउंटर पर उठाए सवाल:
कोर्ट ने पूछा, “जब यह एनकाउंटर हुआ, तब पुलिसकर्मी वर्दी में नहीं थे. पिस्तौल बाईं तरफ थी। जब वह (मृतक) गाड़ी में था, तो बंदूक लॉक थी. आरोपी ने पुलिस से जब जबरन बंदूक छीनी, तब वह अनलॉक हो गई.”कोर्ट ने कहा, “इस पूरी स्थिति पर यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि बंदूक को छीनने के लिए आरोपी के पास ताकत होनी जरूरी है। एक कमजोर आदमी गोली नहीं चला सकता है। इसके लिए ताकत की जरूरत होती है और रिवॉल्वर से गोली चलाना आसान नहीं है।”
जानें आरोपी के वकील ने क्या कहा:
आरोपी के वकील ने कोर्ट में कहा, “आगामी चुनाव को देखते हुए अक्षय शिंदे को मारा गया है, जिस पर कई तरह के गंभीर सवाल खड़े होते हैं। इतना ही नहीं, इस प्रकरण ने पुलिस को भी सवालों के कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है