लखनऊ: दशकों पुराने अयोध्या मामले (Ayodhya Verdict) पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के ऐतिहासिक फैसले के बाद से देशभर में शांति और सौहार्द का माहौल है. सबसे महत्वपूर्ण बात अयोध्या में भय और आशंकाओं का माहौल खत्म होता नजर आ रहा है तथा मंदिरों में पहले जैसे ही पूजा-अर्चना हो रही है. हालांकि पुलिस ने कुछ असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया (Social Media) पर भड़काऊ पोस्ट कर स्थिति को तनावपूर्ण बना रहे थे.
विवादित भूमि पर फैसले के बाद से 12 नवंबर तक सांप्रदायिक सौहार्द के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में राज्यभर से 99 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि 65 मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही 13,016 सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक अधिकतर पोस्ट फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर किए गए थे. अयोध्या में राम नवमी से शुरू हो सकता है भव्य राम मंदिर का निर्माण
Office of Uttar Pradesh, DGP: 99 persons arrested & 65 cases registered till 12th November, for objectionable posts on social media following the #AyodhyaVerdict. Action has also been taken against 13,016 social media posts, including reporting & deletion of the said posts. pic.twitter.com/b3ljo7ObJC
— ANI UP (@ANINewsUP) November 12, 2019
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मीडिया, सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर नजर रखने के लिए राज्य में पहली बार एक इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (ईओसी) बनाया है. साथ ही अनैतिकता को रोकने के लिए संवेदनशील और व्यस्त बाजारों में पुलिस की तैनाती के साथ ही पुलिस गश्ती को बढाया है.
उधर, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार राम जन्मभूमि मामले में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह ट्रस्ट ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करेगा. जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 5 एकड़ मिली जमीन पर आगे क्या करना है, इसे लेकर पहले कानूनी मशविरा लेगा और उसके बाद कोई कदम आगे बढ़ाएगा.
इस बारे में सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारुकी ने बताया कि अभी बोर्ड ने जमीन के बारे में कोई फैसला नहीं लिया है. यह मसला 26 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा. इसके बाद ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा.