उत्तर प्रदेश के (Power Minister) ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा (Shrikant Sharma) ने कहा कांग्रेस राम के नाम पर वोट तो लेना चाहती है परंतु राम मंदिर के निर्माण का समर्थन नहीं करना चाहती. राम मंदिर निर्माण के सवाल पर सरकार के रुख के संबंध में शर्मा ने कहा, इस मामले में भाजपा का मत बिल्कुल साफ है. भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में पहले से ही साफ कर दिया है कि वह इस मसले का हल कानून सम्मत ही निकालेगी. यानि, मंदिर निर्माण के लिए कानून का रास्ता अपनाएगी.
कांग्रेस व अन्य दलों के बारे में शर्मा ने कहा, जहां तक कांग्रेस की बात है वह एक तरफ तो केरल में गोकशी कराती है लेकिन मध्य प्रदेश में गौशाला बनाने की बात करती है। वह राम के नाम को भुनाना चाहती है. मंदिर में दर्शन कर राम के नाम पर मतदाताओं के वोट लेने का प्रयास करती है. परंतु, स्वयं राम का नाम लेने से परहेज करती है. वे मंदिर निर्माण के नाम पर गुलाटी मार जाते हैं. उन्होंने सपा व बसपा को भी इस मुद्दे पर आड़े हाथों लिया और कहा, सच तो यह है कि उन्हें भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन करना चाहिए. हमारी समझ में नहीं आता कि इस मुद्दे पर यह पार्टियां चुप क्यों हैं.
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शर्मा ने कहा, राम मंदिर का निर्माण भाजपा की प्राथमिकता में है. इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. संवैधानिक तरीके से निर्माण का रास्ता ढूंढा जा रहा है. सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द ही कोई रास्ता निकाल लिया जाए. ताकि इस मुद्दे पर दूसरे दलों को सियासत करने का मौका न मिले. जब मंदिर का निर्माण हो जाएगा तो सियासत खुद ही खत्म हो जाएगी.