Assam Mizoram Border Dispute: असम-मिजोरम सीमा विवाद केंद्र सरकार के दखल के बाद अब सुलझता नजर आ रहा है. असम-मिजोरम सीमा विवाद को खत्म करने के लिए दोनों ही राज्यों के प्रतिनिधियों ने आज बैठक की. इस दौरान दोनों ही राज्यों के प्रतिनिधि मंडलों के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए लंबी चर्चा हुई और दोनों की ओर से संयुक्त बयान जारी किया.
दोनो ही राज्यों के प्रतिनिधि हुए शामिल
इस बैठक में असम के प्रतिनिधि मंडल में असम सरकार में सीमा सुरक्षा मंत्री अतुल बोरा और राज्य के सचिव जीडी त्रिपाठी जबकि मिजोरम की ओर से गृहमंत्री लालचमलियाना और सचिव वी अनलालंगाथस्का शामिल हुए और राज्यों की सीमा शांति के लिए दोनों की ओर से संक्युक्त बयान जारी किए गए. इनमें दोनों ही राज्यों के प्रतनिधियों के हस्ताक्षर भी हैं. Assam-Mizoram Dispute: असम-मिजोरम सीमा विवाद में गृह मंत्रालय का दखल, ट्विटर पर भिड़े दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अमित शाह ने यूं कराया शांत!
Assam & Mizoram, in a joint statement, agree to maintain peace in inter-state border areas; The 2 states will not send their respective Forest & Police forces for patrolling, domination, enforcement/for fresh deployment to any areas where confrontation has taken place recently
— ANI (@ANI) August 5, 2021
केंद्रीय गृह मंत्रालय की पहल आगे बढ़ाने लिए सहमति
असम और मिजोरम ने सीमा विवाद शांति के लिए एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि दोनों राज्य सरकारें अंतर-राज्यीय सीमा के आसपास व्याप्त तनाव को दूर करने और चर्चा के माध्यम से विवादों के स्थायी समाधान खोजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और उनके मुख्यमंत्रियों द्वारा की गई पहल को आगे बढ़ाने के लिए सहमत हैं.
विवादित एरिया में नए सिरे से नहीं होगी तैनाती
इसके साथ ही दोनों राज्यों के बीच यह भी समझौता हुआ है कि असम और मिजोरम अंतर-राज्यीय सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए अपने-अपने वन और पुलिस बलों को गश्त, या एनफोर्समेंट के लिए किसी भी क्षेत्र में नए सिरे से तैनाती के लिए नहीं भेजेंगे जहां हाल ही में टकराव हुआ है.
क्या था विवाद का कारण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों राज्यों के बीच पिछले कुछ समय से सीमा विवाद चल रहा है लेकिन ये विवाद तब भड़क गया जब जब असम पुलिस ने अपनी जमीन पर 'कथित तौर पर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान शुरू किया'. खबर ये भी है कि बीती 10 जुलाई को जब असम सरकार की टीम जब घटना स्थल पर गई तो वहां मौजूद उपद्रवियों ने उन पर आईईडी से हमला कर दिया था. इसमें असम सरकार के 10 राज्य कर्मियों के घायल होने की बात सामने आई थी.