गुवाहाटी: असम में बीते कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. इस वजह से स्कूली बच्चों को मॉर्निग प्रेयर (प्रार्थना) और कक्षाओं में भाग लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बीते कुछ दिनों में ऐसी दो घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें भीषण गर्मी के बीच छात्र बेहोश हो गए. ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग ने शनिवार को सभी जिला अधिकारियों को गर्मी की लहर की स्थिति से निपटने के लिए स्कूलों के समय में बदलाव करके कम करने को कहा है.
बिश्वनाथ जिले के फखरुद्दीन अली अहमद हाईस्कूल में शनिवार को मॉर्निग प्रेयर केदौरान कुछ छात्र बेहोश हो गए. जिले के एक शिक्षा अधिकारी के अनुसार, छात्रों को बिश्वनाथ घाट अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बिश्वनाथ चरियाली सब-डिविजनल सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. सभी छात्र खतरे से बाहर हैं. परिजन गर्म और उमस भरे मौसम को लेकर चिंतित हैं. Odisha Train Accident: ममता बनर्जी और अश्विनी वैष्णव के बीच टकराव! बंगाल CM ने ऐसा क्या कहा जिस पर रेल मंत्री ने जताई आपत्ति?
रिपोर्ट के अनुसार, तेजपुर के सोनितपुर जातीय विद्यालय में शुक्रवार को क्लास रूम में ज्यादा गर्मी के कारण कम से कम 11 छात्र बेहोश हो गए. स्थिति उस समय अराजक हो गई जब 7वीं और 8वीं कक्षा के छात्रों ने असहज महसूस करने की शिकायत की. इस दौरान इनमें से कुछ छात्र दोपहर के समय बेहोश हो गए। सभी छात्रों को तेजपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राज्य के शिक्षा मंत्री रानोज पेगू ने कहा कि गर्मी की लहर को देखते हुए जिला अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर स्कूलों के समय में बदलाव करने के लिए कहा गया है.
उन्होंने कहा, गर्मी की मौजूदा स्थिति के कारण स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला आयुक्तों को निर्देश दिया है कि यदि आवश्यक हो, तो जिले की स्थिति के आधार पर स्कूल का समय सुबह 7:30 बजे तक किया जा सकता है. नागांव जिला प्रशासन ने पहले ही स्कूल के समय को कम करने के लिए आदेश जारी कर दिया है.