अलविदा अरुण जेटली: 66 साल की उम्र में निधन, रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट में होगा अंतिम संस्कार
अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को आज ही उनके ही निवास स्थान दिल्ली के 44 कैलाश कॉलोनी पर लाया जाएगा. जेटली के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह 10 बजे पार्टी दफ्तर में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. रविवार को ही दोपहर 2 बजे निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS निधन हो गया है. उन्हें बीते 9 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था. उस समय उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई. बीमारी से लंबे समय तक लड़ने के बाद शनिवार को उन्होंने दिल्ली के एम्स में दोपहर 12.07 बजे अंतिम सांस ली. अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को आज ही उनके ही निवास स्थान दिल्ली के 44 कैलाश कॉलोनी पर लाया जाएगा. जेटली के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह 10 बजे पार्टी दफ्तर में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. रविवार को ही दोपहर 2 बजे निगमबोध घाट (Nigambodh Ghat) पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद 9 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. पिछले कुछ महीनों में वित्त मंत्री अरुण जेटली की सेहत लगातार खराब होती जा रही थी. AIIMS में भर्ती होने के बाद भी जेटली की हालात नाजुक बनी हुई थी. उन्हें पहले ICU में रखा गया था. हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें ईसीएमओ में रखा गया. जिसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम (Life Support) में रखा गया था. शुक्रवार को उनकी हालत और खराब हो गई थी. बीते गुरुवार को डायलसिस किया गया था.
मई 2018 में जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उस वक्त उनकी जगह रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था. उससे पहले साल 2016 में उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी हुई थी. तबीयत खराब होने के कारण ही उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था और मंत्रिमंडल में शामिल होने से भी इनकार कर दिया था. जेटली ने कहा था कि 18 महीनों से वे सेहत संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं जिस कारण से वह नई सरकार में कोई पद नहीं लेना चाहते हैं. अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था. पेशे से वकील जेटली से सरकार में वित्त और रक्षा मंत्री का पद संभाला था.