Andhra Pradesh: चमत्कारी दवा लेने के 10 मिनट बाद ही कोरोना से ठीक होने का दावा करने वाले व्यक्ति की हुई मौत
रिटायर्ड हेडमास्टर एन कोटैया ने इस दवा को लेकर दावा किया था कि इससे 10 मिनट बाद ही कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो जाता है. हेडमास्टर एन कोटैया की सोमवार को मौत हो गई है.
हैदराबाद: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के नेल्लोर जिले (Nellore) में कोरोना की चमत्कारी आयुर्वेदिक दवा लेने से 10 मिनट में ठीक होने का दावा करने वाले रिटायर्ड हेडमास्टर का निधन हो गया. रिटायर्ड हेडमास्टर एन कोटैया (N Kotaiah) ने एक दवा को लेकर दावा किया था कि इससे 10 मिनट बाद ही कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो जाता है. हेडमास्टर एन कोटैया की सोमवार को मौत हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार कोटैया का ऑक्सीजन लेवल गिरने के बाद शुक्रवार रात उन्हें नेल्लोर के सरकारी अस्पताल GGH में ले जाया गया था, जहां सोमवार सुबह उनकी मौत हो गई. कोरोना से संबंधित आयुष विशेषज्ञों से ले सकेंगे घर बैठे नि:शुल्क सलाह, इन नंबरों पर करें कॉल.
कुछ दिनों पहले ही कोटैया का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था, जिसमें वह ये दावा करते हुए दिखाई दिए थे कि एक आयुर्वेदिक दवा लेने के बाद वह कोरोना संक्रमण से तेजी से ठीक हो रहे हैं. उन्होंने बताया था कि उनका ऑक्सीजन लेवल भी इससे ठीक हो रहा है.
कोटैया ने बताया था कि उन्होंने नेल्लोर के कृष्णपटनम (Krishnapatnam) गांव में आयुर्वेदिक डॉक्टर बी. आनंदैया (B Anandaiah) की तरफ से बनाई गई आयुर्वेदिक दवा ली थी, जिससे उनका ऑक्सीजन लेवल पहले से बेहतर हो रहा है.
GGH के अधीक्षक डॉ. सुधाकर रेड्डी ने बताया कि कोटैया की सोमवार सुबह मौत हो गई वह कोरोना के अलावा कई अन्य बीमारियों का भी सामना कर रहे थे. इस बीच, स्वास्थ्य सूत्रों का कहना है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में डॉ. आनंदैया की टीम के कम से कम तीन सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
आंध्र प्रदेश में आनंदैया की यह दवा तब चर्चा में आई जब यहां दावा किया गया कि आयुर्वेदिक दवा से कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं. आनंदैया ने स्पष्ट किया कि दवा में कोई हानिकारक पदार्थ नहीं हैं. आनंदैया ने घोषणा की कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद दवा का वितरण किया जाएगा.
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को भी कृष्णापट्टनम में इस दुष्प्रचार पर विश्वास नहीं करना चाहिए कि दवा वितरित की जा रही है. आनंदैया ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार इसकी अनुमति भी देती है तो आवश्यक जड़ी-बूटियां उपलब्ध होने पर ही दवा दी जाएगी.