Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश सरकार ने टीडीपी दफ्तर पर हमले का मामला CID को सौंपा
आंध्र प्रदेश सरकार ने 2021 में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राज्य मुख्यालय और एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास पर हुए हमले से संबंधित मामला अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया है.
अमरावती, 13 अक्टूबर : आंध्र प्रदेश सरकार ने 2021 में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राज्य मुख्यालय और एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास पर हुए हमले से संबंधित मामला अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया है. सरकार ने मामले को सीआईडी को सौंपने के आदेश जारी कर दिए हैं. फिलहाल दोनों घटनाओं की जांच मंगलगिरी और ताडेपल्ली थाने की पुलिस कर रही है. दोनों थाने कई मामलों को संभाल रहे हैं, इसलिए राज्य सरकार ने टीडीपी दफ्तर और नायडू के घर पर हमलों से संबंधित मामलों की जांच सीआईडी को सौंपने का फैसला किया. दोनों मामलों से संबंधित फाइलें तेजी से जांच के लिए सोमवार को सीआईडी को सौंप दी जाएंगी.
19 अक्टूबर 2021 को वाईएसआरसीपी के समर्थकों ने टीडीपी कार्यालय पर हमला किया था. हमले का कारण टीडीपी के प्रवक्ता पट्टाभि राम कोमारेड्डी द्वारा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करना था. वाईएसआरसीपी समर्थकों ने टीडीपी दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की थी. टीडीपी नेताओं ने आरोप लगाया था कि लाठी-डंडों और हथौड़ों से लैस हमलावरों ने दफ्तर के बाहर खड़ी कारों को भी नुकसान पहुंचाया था. सितंबर 2021 में, कुछ वाईएसआरसीपी समर्थकों ने कथित तौर पर टीडीपी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के आवास पर भी हमला किया था. यह भी पढ़े : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कुमार ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की
इस वर्ष जून में टीडीपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सत्ता में आने के बाद पुलिस ने दोनों मामलों में नए सिरे से जांच शुरू की थी. टीडीपी दफ्तर पर हमले के मामले में पूर्व वाईएसआरसीपी एमएलसी नंदीगाम सुरेश, एमएलसी एलए. रेड्डी, टी. रघुराम और पार्टी नेता देवीनेनी अविनाश का नाम भी शामिल है. पिछले महीने पुलिस ने पूर्व सांसद और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता नंदीगाम सुरेश को गिरफ्तार किया था. आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने उनकी और अन्य नेताओं की दायर अग्रिम जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थीं. इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया.