कैथल: Harayan Assembly Election 2019: केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit shah) ने कैथल (Kaithal) में विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला किया. उन्होंने कहा कि कल विजयादशमी थी, जो बुराई पर अच्छाई की प्रतीक है और यह शस्त्र पूजन करके मनाई जाती है. मैं देश के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जी को बधाई देता हूं कि कल के ही दिन उन्होंने राफेल को हमारी वायुसेना में शामिल करके, देश कि सुरक्षा को सुदृढ़ करने का काम किया. इस दौरान कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राजनाथ जी (Defence Minister Rajnath Singh) ने फ्रांस की भूमि पर विजयादशमी (Vijayadashami) के दिन उसका शस्त्र पूजन (Shashtra Pujan) किया, लेकिन कांग्रेस वाले उसका भी विरोध कर रहे हैं. मैं इनसे कहना चाहता हूं कि तनिक रात को सोचा करो, किस बात का विरोध करना है, किसका नहीं.
बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिह ने दशहरा के अवसर पर मंगलवार को 36 राफेल विमानों में से प्रथम विमान को औपचारिक रूप से प्राप्त कर लिया. लड़ाकू विमान राफेल, विमान के विनिर्माता दसॉ एविएशन के स्थल मेरिगनाक में सुपूर्द किया गया. जिसके बाद विमान प्राप्त करने के बाद सिंह ने पारंपरिक शस्त्र पूजा की, जिसके बाद रक्षामंत्री इस दो सीट वाले लड़ाकू विमान में उड़ान भरा. इसी के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तंज कसते हुए कहा था कि दशहरा एक त्योहार है, जिसे हम सभी मनाते हैं, लेकिन आप इसे आने वाले एयरक्राफ्ट से क्यों जोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा था इसे रक्षा मंत्री ने क्यों रिसीव किया, ये काम वायुसेना ही कर सकती थी.
मोदी जी ने राफेल को शामिल किया और राजनाथ जी ने फ़्रांस की भूमि पर विजयादशमी के दिन उसका शस्त्र पूजन किया, लेकिन कांग्रेस वाले उसका भी विरोध कर रहे हैं।
मैं इनसे कहना चाहता हूं कि तनिक रात को सोचा करो, किस बात का विरोध करना है, किसका नहीं: श्री अमित शाह pic.twitter.com/8AKXEfe39S
— BJP (@BJP4India) October 9, 2019
गौरतलब हो कि भारत ने करीब 59 हजार करोड़ रुपये मूल्य पर 36 राफेल लड़ाकू जेट विमान खरीदने के लिए सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ अंतर-सरकारी समझौता किया था. यह विमान बड़ी मात्रा में शक्तिशाली हथियार और मिसाइल ले जाने में सक्षम हैं. दरअसल, साल 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने वायुसेना को और ताकतवर बनाने की दिशा में काम किया और 2016 में फ्रांस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राफेल डील साइन किया था, 36 लड़ाकू विमानों में से 18 विमान फरवरी 2021 तक सौंप दिये जाएंगे, जबकि शेष विमान अप्रैल-मई 2022 तक सौंपे जाने की उम्मीद है.