अमेठी (उप्र), 13 जून : लखनऊ (Lucknow) स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. Ram Manohar Lohia Institute of Medical Sciences) में कथित रूप से दुष्कर्म का शिकार हुई अमेठी की एक महिला की शनिवार रात उपचार के लिए लखनऊ ले जाते समय मौत हो गई. पीड़िता की बेटी ने आरोप लगाया कि उसकी मां (40) को बीते दिनों उपचार के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया था, जहां अस्पताल कर्मियों ने उसकी मां के साथ मारपीट की और दुष्कर्म किया. महिला की बेटी ने आरोप लगाया कि जब पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी, तो उसने अपनी बात अमेठी दौरे पर आईं केंद्रीय मंत्री एवं इस संसदीय क्षेत्र से सांसद स्मृति ईरानी को बतायी. ईरानी के निर्देश पर अमेठी के जिलाधिकारी अरुण कुमार ने जांच टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है.
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, अमेठी शहर निवासी महिला को पिछली छह जून को तबीयत खराब होने पर संयुक्त जिला अस्पताल, गौरीगंज में भर्ती कराया गया था. पीड़िता की बेटी ने बताया कि हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसकी मां को लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान रेफर कर दिया. उसका आरोप है कि वहां सात जून को उसकी मां को पहले आपातकालीन कक्ष और फिर बाद में चौथी मंजिल पर स्थित बिस्तर संख्या 41 पर रखा गया था, जिसके बाद उसके परिजन को बाहर भेज दिया गया और किसी को उसकी मां से मिलने नहीं दिया जाता था. बेटी ने आरोप लगाया, ''जब बहुत निवेदन करने पर मिलने की अनुमति मिली, तो मां की हालत नाजुक थी और तभी मां ने बताया कि चिकित्सकों एवं कर्मियों ने उन्हें मारा-पीटा और उनके साथ कुछ गलत काम किया. इसके बाद मां को बेहोशी की हालत में शुक्रवार रात वहां से छुट्टी कराकर फिर से जिला अस्पताल, गौरीगंज में भर्ती कराया गया.'' यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh Accident: यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, दो घायल
महिला की बेटी ने शनिवार को ईरानी को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद सांसद ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अमेठी से बात कर मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया. जिलाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए गौरीगंज के उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक और एसीएमओ की जांच समिति बनाई गई हैं तथा समिति की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जायेगी. अमेठी संयुक्त जिला चिकित्सालय, गौरीगंज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीके उपाध्याय ने बताया कि महिला को ब्लैक फंगस होने के कारण उसका यहां इलाज संभव नहीं था, इसलिए उसे रात में लखनऊ रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी रास्ते में मौत हो गई. महिला जिस वार्ड की निवासी थी, उसके सभासद राजेश तिवारी ने भी पीड़िता की मौत की पुष्टि की है.