
Akash Anand Returns to BSP: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा जताया है. कई महीनों बाद उन्हें पार्टी का चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर यानी मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया गया है. ये वही आकाश हैं, जिन्हें मार्च में पार्टी से बाहर कर दिया गया था, लेकिन अब उन्हें दोबारा बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है. दिल्ली के लोधी रोड स्थित पार्टी के सेंट्रल ऑफिस में शुक्रवार को एक बड़ी राष्ट्रीय बैठक हुई, जिसमें देशभर के BSP नेताओं ने हिस्सा लिया.
खासकर यूपी के सभी जिलों से जिला अध्यक्ष और समन्वयकों ने इसमें भाग लिया. इसके अलावा सभी राष्ट्रीय समन्वयक, महासचिव और प्रदेश अध्यक्ष भी इस अहम बैठक में मौजूद थे.
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आकाश आनंद की बसपा में वापसी
Bahujan Samaj Party (BSP) President Mayawati named her nephew, Akash Anand, the party's Chief National Coordinator. pic.twitter.com/ZdZ0CJ2ACs
— ANI (@ANI) May 18, 2025
दिल्ली में बीएसपी की अखिल भारतीय बैठक
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— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2025
मायावती ने दोबारा जताई उम्मीद
इस मीटिंग में मायावती ने साफ किया कि वह चाहती हैं कि पार्टी को फिर से मजबूत किया जाए और देशभर में बहुजन आंदोलन को नई दिशा दी जाए. इसके लिए उन्होंने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद को मैदान में उतारा है. मायावती ने उम्मीद जताई कि आकाश इस बार पूरी मेहनत और समझदारी से काम करेंगे और पहले की गलतियों से सबक लेंगे.
BSP से क्यों निकाले गए थे आकाश आनंद?
गौरतलब है कि इसी साल 3 मार्च को मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया था. उस वक्त कहा गया था कि आकाश पर उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ का बुरा असर पड़ रहा है और वह पार्टी की सोच से हटकर काम कर रहे हैं. लेकिन 13 अप्रैल को मायावती ने उन्हें दोबारा पार्टी में शामिल कर लिया और चेतावनी दी कि आगे से वह किसी के प्रभाव में न आएं. साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से भी अपील की गई थी कि वे आकाश का समर्थन करें और उन्हें फिर से मजबूती देने में मदद करें.
आकाश आनंद का राजनीतिक करियर
आकाश आनंद पहले भी पार्टी में राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर रह चुके हैं और मायावती ने उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी तक घोषित कर दिया था. लेकिन कुछ गलत फैसलों और बयानों की वजह से वह विवादों में आ गए थे, जिसकी वजह से उन्हें साइडलाइन कर दिया गया.
आकाश आनंद के सामने नई चुनौती
अब मायावती ने उन्हें फिर से मौका दिया है, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आकाश इस बार कैसे पार्टी को आगे ले जाते हैं. आने वाले विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव में BSP की भूमिका तय करने में आकाश की नई जिम्मेदारी अहम साबित हो सकती है.