Agra: एसीपी ने 'पर्यटक' बनकर देर रात अकेले ऑटो में किया सफर, महिला सुरक्षा और पुलिस की मुस्तैदी का लिया टेस्ट
Photo- X/@agrapolice

Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा में महिला सुरक्षा और पुलिस की मुस्तैदी की जांच के लिए एसीपी (ACP) सुकन्या शर्मा ने देर रात एक विशेष अभियान चलाया. उन्होंने सामान्य कपड़ों में 'पर्यटक' का भेष धारण किया और एक ऑटो में अकेले यात्रा की. इस ऑपरेशन की शुरुआत आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से हुई, जहां एसीपी सुकन्या ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर UP112 पर कॉल किया और खुद को सुनसान सड़क पर असुरक्षित बताया. इस कॉल के बाद, हेल्पलाइन ऑपरेटर ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और उनके स्थान के बारे में जानकारी एकत्र की. इसके साथ ही उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर रुकने की सलाह भी दी गई.

कुछ ही देर बाद उन्हें महिला गश्ती दल से एक कॉल आया, जिन्होंने आश्वासन दिया कि वे उनकी मदद करने के लिए जल्द ही पहुंचेंगे. इस कार्रवाई से संतुष्ट होते हुए एसीपी शर्मा ने उन्हें अपनी पहचान बताई और उनकी तत्परता की सराहना की.

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एसीपी ने 'पर्यटक' बनकर देर रात अकेले ऑटो में किया सफर

इसके बाद, एसीपी ने एक और टेस्ट के लिए ऑटो-रिक्शा लिया और ड्राइवर से शहर में महिला सुरक्षा के बारे में बातचीत की. ड्राइवर ने उन्हें बताया कि उसका पुलिस द्वारा पहले ही सत्यापन हो चुका है और वह जल्द ही वर्दी में भी ड्राइविंग शुरू कर देगा. यह कदम शहर में महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के नए उपायों का हिस्सा है. ऑटो ड्राइवर ने उन्हें सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया. इस पूरी घटना के बाद, एसीपी सुकन्या शर्मा ने शहर में महिला सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल महिलाओं को सुरक्षित महसूस करने में मदद करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि पुलिस बल अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से निभा रहा है.

आगरा पुलिस ने एसीपी द्वारा चलाए गए इस विशेष अभियान की तस्वीर 'एक्स' पर शेयर किया है और लिखा कि एसीपी सुकन्या शर्मा, सिविल कपड़ों में, भीड़भाड़ वाले और संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण करने के लिए अकेले ऑटो में यात्रा की. उन्होंने यूपी 112 का उपयोग करके एक पीड़ित के रूप में आपातकालीन सुरक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता की जांच की.

इस अभियान से यह स्पष्ट है कि आगरा पुलिस न केवल महिला सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि इन उपायों की प्रभावशीलता का परीक्षण भी अधिकारी स्वयं कर रहे हैं. इस प्रकार की पहल अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण साबित हो सकती है.