Aditya Thackeray on CM Fadnavis: मैं सीएम फडणवीस से सड़क घोटाले की औपचारिक जांच शुरू कराने का आग्रह करता हूं; आदित्य ठाकरे

शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को सड़क घोटाले पर अपनी बात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए रखी. उन्होंने एक अपील भी प्रदेश के मुखिया देवेंद्र फडणवीस से की.

Aaditya Thackeray (Photo Credit FB)

मुंबई, 15 दिसंबर : शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को सड़क घोटाले पर अपनी बात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए रखी. उन्होंने एक अपील भी प्रदेश के मुखिया देवेंद्र फडणवीस से की. एक्स पोस्ट में आदित्य ठाकरे ने लिखा, “यदि भाजपा सरकार सड़क घोटाले पर कार्रवाई करने के प्रति गंभीर है, तो उन्हें तत्कालीन सीएम शिंदे के शासन के 2 संरक्षक मंत्रियों- लोढ़ा और केसरकर को कैबिनेट से बाहर रखना चाहिए.”

उन्होंने आगे कहा, “इससे भी अधिक, यह तथ्य कि भाजपा भी घटिया सड़क कार्य के बारे में बोल रही है और एसआईटी की मांग कर रही है, केवल मेरी बात को साबित करता है- शिंदे शासन 12,000 करोड़ के 2 सड़क घोटालों में शामिल था.” उन्होंने कहा, “ये मुंबई की मेहनत की कमाई थी. बर्बाद, ठेकेदारों और राजनेताओं ने अपनी जेबों को भरा है. मैंने पिछले 2 वर्षों से उन्हें बेनकाब किया. लेकिन, भाजपा ने उस शासन का समर्थन किया. मैं मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस जी से सड़क घोटाले की औपचारिक जांच शुरू करने का आग्रह करता हूं.” यह भी पढ़ें : बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव से पूछे सवाल, ‘चार्टड विमान में बर्थडे मनाने पर कितना खर्च आया था’

बता दें कि मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने (बृहन्मुंबई नगर निगम) बीएमसी कमिश्नर भूषण गगराणी को पत्र लिखकर एकनाथ शिंदे की सरकार के दौरान शुरू की गई छह हजार करोड़ रुपये की सड़क सीमेंटिंग परियोजना में घटिया गुणवत्ता का आरोप लगाया था.

इसी पर अब आदित्य ठाकरे ने प्रतिक्रिया दी है. इससे पहले 14 दिसंबर आदित्य ठाकरे ने कहा था, “बीजेपी ने सड़क घोटाले को लेकर एसआईटी की मांग की है. सड़क घोटाले को लोगों के सामने मैं लेकर आया था. आज वही भाजपा है, जो एकनाथ शिंदे के साथ सरकार में थी. सड़क की हालत जो खराब होनी थी वह हो चुकी है. ठेकेदार को पैसे मिल चुके हैं, भ्रष्टाचार हो चुका है. आज भाजपा वाले नाटक कर रहे हैं कि एसआईटी से जांच होनी चाहिए."

उन्होंने कहा था कि अगर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सच में जांच चाहते हैं, तो एकनाथ शिंदे को मंत्रालय में न लें, दीपक केसरकर और मंगल प्रभात लोढ़ा को मंत्रालय में न लें, ये तो मुंबई के पालक मंत्री थे और इनके समय यह घोटाला हुआ है. मैं सबूत के साथ इस स्कैम को लेकर आया था और लोगों के सामने इसे उजागर किया था.

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