Adani vs Hindenburg: अडानी की कहानी और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, जानें 10 दिन में कैसे हिल गया इस रईस का साम्राज्य!
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Adani vs Hindenburg: अडानी ग्रुप की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अडानी ग्रुप के शेयरों में जारी गिरावट से मार्केट में हाहाकार मचा हुआ है. हर बीतता दिन गौतम अडानी की नेटवर्थ में बड़ी गिरावट लेकर आ रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, Gautam Adani अब दुनिया 20 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट से भी बाहर हो गए हैं. विदेश की नामी फाइनेंस एजेंसियां अडानी ग्रुप के बॉन्ड को लेकर वॉर्निंग जारी कर रही हैं.

सेंसेक्स से देश की संसद तक पहुंचा झगड़ा  

दरअसल हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को 5 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. अडानी ग्रुप पर आई रिपोर्ट का झगड़ा सेंसेक्स से देश की संसद तक पहुंच चुका है. विपक्ष ने इस मुद्दे पर केंद्र सराकर को घरने के लिए संसद में जमकर हंगामा काटा. विपक्ष की मांग है कि अडानी ग्रुप पर लग रहे आरोपों पर चर्चा होनी चाहिए और इसकी जांच के लिए JPC का गठन होना चाहिए. इस चक्कर में सदन भी स्थिगित हो चुका है. ये भी पढ़ें - गौतम अडानी को US ने भी दिया झटका, S&P Dow Jones ने Adani Enterprises को इंडेक्स से हटाया

अडानी ग्रुप का भविष्य क्या है

अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) पब्लिश होने के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों लगातार नीचे जा रहे है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने गौतम अडानी के साम्राज्य का हिला कर रख दिया है. अडानी ग्रुप का आगे क्या होगा, आज पूरी दुनिया की नजरें अडानी ग्रुप पर हैं. निवेशक, लोन देने वाले बैंक और आम लोग सब टकटकी लगाए अडानी ग्रुप की तरफ देख रहे हैं.

गौतम अडानी की नेटवर्थ में भारी गिरावट 

गौतम अडानी की नेटवर्थ में आई गिरावट के चलते अब वे अरबपतियों की लिस्ट में खिसककर 21वें पायदान पर पहुंच गए हैं. उनकी कुल संपत्ति घटकर 61.3 अरब डॉलर रह गई है और बीते 24 घंटे में उन्हें 10.7 अरब डॉलर क नुकसान हुआ है.

यहां से शुरू हुई पतन की कहानी

गौतम अडानी पर संकट की कहानी 24 जनवरी से शुरू होती है, जब अमेरिका की शॉर्ट सेलर रिचर्स फर्म हिंडनबर्ग अडानी पर आरोप लगाती है. हालांकि अडानी सारे आरोपों से इनकार कर रहे हैं.

हिंडनबर्ग क्या है

हिंडनबर्ग रिसर्च एक वित्तीय शोध करने वाली कंपनी है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है. 25 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप के संबंध में 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की.

हिंडनबर्ग रिपोर्ट में क्या है

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया. रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है. तीन साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अडाणी समूह के संस्थापक गौतम अडाणी की संपत्ति एक अरब डॉलर से बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है.

इन आरोपों पर अडाणी ग्रुप ने क्या कहा

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अडाणी समूह ने इसे निराधार और बदनाम करने वाला बताया. समूह ने कहा "रिपोर्ट में इस्तेमाल तथ्यात्मक आंकड़े प्राप्त करने के लिए समूह से कोई संपर्क नहीं किया गया. यह रिपोर्ट चुनिंदा गलत व बासी सूचनाओं, निराधार और बदनाम करने की मंशा से किया गया एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है."