VIDEO: नागपुर से मनाली घूमने गई बच्ची के साथ हादसा! जिप लाइन का बेल्ट टूटने से 30 फीट खाईं में गिरी, गंभीर रूप से हुई घायल, घटना का वीडियो आया सामने
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 मनाली, हिमाचल प्रदेश: नागपुर से मनाली गए एक परिवार के साथ हादसा हो गया. यहांपर एक पहाड़ी से जिप लाइन का लुत्फ़ उठाते हुए एक बच्ची का बेल्ट टूट गया और जिसके कारण बच्ची 30 फीट खाईं में जा गिरी. इस घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई. इस हादसे में बच्ची के दोनों पैरों पर फ्रैक्चर हुआ है. इस घटना में जिप लाइन के कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आई है.नागपुर की त्रिशा बीजवे अपने परिवार के साथ मनाली घूमने गई थी. ज़िप लाइनिंग के दौरान सुरक्षा बेल्ट टूटने से वह लगभग 30 फीट ऊंचाई से नीचे गिर पड़ी.त्रिशा बीजवे, नागपुर निवासी प्रफुल्ल बीजवे की बेटी हैं. वह गर्मियों की छुट्टियों में अपनी मां और पिता के साथ मनाली घूमने गई थी. रविवार, 8 जून को जब त्रिशा ज़िप लाइनिंग कर रही थी, तब यह भयानक हादसा हुआ. वह हवा में झूलते वक्त ज़िप लाइन से नीचे गिर गई.

इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @pulse_pune नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.ये भी पढ़े:Himachal Pradesh Bus Accident: चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर पलटी पर्यटक बस, 31 यात्री घायल

मनाली में ज़िप लाइन से नीचे गिरी बच्ची

सुरक्षा बेल्ट टूटा

हादसे का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह था कि ज़िप लाइनिंग के दौरान त्रिशा के कमर में बांधा गया सुरक्षा बेल्ट अचानक टूट गया. इसी के चलते वह 30 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरी. गनीमत यह रही कि वह ज़िप लाइन के आख़िरी हिस्से के नज़दीक थी और गिरते वक्त सतह ढलान वाली थी, जिससे सिर या रीढ़ की हड्डी को कोई चोट नहीं पहुंची.गिरने के बाद त्रिशा के पैरों में गंभीर चोटें आई हैं. डॉक्टरों की रिपोर्ट के मुताबिक, उसके दोनों पैरों में कई फ्रैक्चर हैं. उसे तुरंत स्थानीय चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन वहां सुविधाएं न होने के कारण उसे चंडीगढ़ शिफ्ट किया गया. फिलहाल उसका इलाज नागपुर के एक निजी हॉस्पिटल में चल रहा है.

त्रिशा के परिजनों ने इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि सुरक्षा उपकरणों की गुणवत्ता बेहद खराब थी. परिजनों ने ज़िप लाइनिंग मैनेजमेंट पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मौके पर कोई मेडिकल स्टाफ मौजूद नहीं था और ना ही कोई इमरजेंसी सेवा.

पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा पर उठे सवाल

इस दुर्घटना ने एक बार फिर पर्यटन स्थलों पर साहसिक खेलों में सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है. त्रिशा के पिता ने कहा, 'अगर वहां पर समय पर मदद मिली होती और बेल्ट की जांच ठीक से की जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था.