अबू धाबी के क्राउन प्रिंस, शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Sheikh Khaled bin Mohammad bin Zayed Al Nahyan) अगले महीने भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं. इस यात्रा के दौरान वे 8 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों और सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में अबू धाबी का दौरा किया था, जहां उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-यूएई के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की थी, जिसे 2017 में औपचारिक रूप से एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूप में उन्नत किया गया था.
यूएई के राष्ट्रपति ने जनवरी में भारत का दौरा किया था और वे 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के मुख्य अतिथि थे. इस दौरान कई निवेश सहयोग से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे. इन समझौतों से भारत और यूएई के बीच आर्थिक सहयोग को एक नई दिशा मिली है.
भारत-यूएई के आर्थिक संबंध:
हाल के वर्षों में, भारत और यूएई के बीच आर्थिक संबंध काफी मजबूत हुए हैं. दोनों देशों के बीच मई 2022 से व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) के लागू होने के बाद से व्यापारिक संबंधों में तेजी आई है. इस समझौते ने यूएई को भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बना दिया है.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है. दोनों देशों के नेता इस आंकड़े को 2030 के लक्ष्य वर्ष से पहले 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने को लेकर आशान्वित हैं.